दिग्विजय सिंह ने मांगी शिवराज सिंह से मोबाइल टॉयलेट, मिली एंबुलेंस और सिक्योरिटी
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश सरकार के बीच शौचालय अहम का मुद्दा बन गया है। खुद को 'स्वच्छ भारत अभियान' के बड़ा समर्थक बताने वाले दिग्विजय सिंह ने नर्मदा यात्रा के लिए मोबाइल शौचालयों की मांग की थी लेकिन सरकार की ओर से अभी तक उपलब्ध नहीं करवाई गए हैं। इसके संबंध में कांग्रेसी नेता ने सीएम शिवराज सिंह को पत्र लिखाकर कहा था कि उन्हें मोबाइल टॉयलेट उपलब्ध करवाना सरकार का कर्तव्य है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि, 'नर्मदा परिक्रमा' के लिए मैंने सुरक्षा, एम्बुलेंस और मोबाइल शौचालय प्रदान करने के लिए 29 अगस्त, 2017 को एक पत्र लिखा था। मुझे उप-सचिव पद के अधिकारी से जवाब मिला, जिसमें उन्होंने मुझे ऐंबुलेंस और सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया, लेकिन मोबाइल शौचालय नहीं।'
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3400 किलोमीटर लंबी यात्रा पर दिग्विजय सिंह का कहना है कि इसमें ना ही कांग्रेस का झंडा होगा और ना ही कांग्रेस के नारे, पोस्टर, बैनर होंगे। नर्मदा परिक्रमा की योजना बना रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता का कहना है कि वो साल 1990 से नर्मदा परिक्रमा करते रहे हैं। आपको बता दें कि अगले साल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में दिग्विजय सिंह की ये परिक्रमा सूबे की कुल 230 सीटों में 100 विधानसभा कवर करेगी।
दरअसल दिग्विजय सिंह ने खुद ही राजनीति से 10 साल का सन्यास ले रखा है। 3400 किमी की यह यात्रा दो राज्यों मध्य प्रदेश और गुजरात से होकर गुजरेगी। दोनों ही राज्यों में चुनाव होने है। इस यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह गुजरात के लगभग 20 विधानसभाओं से गुजरेंगे। एनडीटीवी पर छपी खबर के मुताबिक उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था तब नर्मदा नदी के तट पर रहा था। इसलिए लगा कि मुझे नर्मदा परिक्रमा करनी चाहिए। नर्मदा परिक्रमा करना मेरी प्रतिबद्धता है।