यूपी के विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनावों का रास्ता साफ, जल्द शुरु होगी प्रक्रिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनावों का रास्ता साफ हो गया है। शासन ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को छात्रसंघ चुनाव कराये जाने के निर्देश दिये हैं। ऐसे में सरकार के इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि इस साल फिर से छात्रसंघ चुनाव शुरु हो जायेंगे।
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प्रदेश सरकार ने राज्य के विश्वविद्यालयों से लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के आधार पर राज्य के विश्वविद्यालयों मे चुनाव अनिवार्य रूप से कराये जाने के निर्देश जारी किये हैं। माना जा रहा है कि इस फैसले के जरिए प्रदेश सरकार छात्रों और युवाओं को अपनी ओर करने की कोशिश कर रही है।
हाल के सालों में जिस तरह से विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने चुनाव के प्रति उदासीनता जाहिर की थी और चुनाव नहीं कराने का फैसला लिया था उसके बाद छात्रों में काफी नाराजगी थी। प्रमुख सचिव ने इस फैसले का पालन कराने के लिए राज्य विश्वविद्यालय के कुलसचिवों को भी निर्देशित कर दिया है।
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बहरहाल देखने वाली बात यह होगी कि लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के आधार पर किस तरह से प्रदेश के विश्वविद्यालयों में चुनाव कराये जायेंगे। जो सबसे बड़ी चुनौती विश्वविद्यालयों के पास है वह है छात्रों की 75 फीसदी अनुपस्थिति, मुख्य पद पर सिर्फ एक बार चुनाव लड़ने की इजाजत, एक प्रत्याशी सिर्फ 5 हजार रुपए खर्च करे, सहित तमाम ऐसी सिफारिशों को संस्थान में चुनाव के दौरान कैसे लागू कराया जाए।