बढ़ते प्रदूषण पर सख्त हुई यूपी सरकार, कहीं पर जली पराली तो ग्राम प्रधान पर होगी कार्रवाई
लखनऊ। पराली जलाने से उत्पन्न होने वाले वायु प्रदूषण को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पहले से ही सतर्क हो गई है। प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि किसी भी गांव में पराली जलाने जैसी घटना कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए गांवों में पोस्टर, बैनर और लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम करें। यदि कहीं पर पराली जलाने की घटना होती है तो संबंधित व्यक्ति के साथ ही ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी तय कर कार्यवाही की जाए।
लोकभवन स्थित कार्यालय से सोमवार को आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव ने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों से कहा कि खेतों में फसलों के कटने के पश्चात पराली को मौके पर ही डिकम्पोज कराने की व्यस्थाएं कराई जाएं। इतना ही नहीं, समय से पराली को गौवंश संरक्षण केन्द्रों पर अविलम्ब पहुचांने की व्यवस्था की जाए। पराली नहीं जलाने के लिए किसानों को जागरूक किया जाए। साथ ही प्रदेश में कही पर भी पराली जलाने की सूचना मिले संबंधित व्यक्ति के साथ ही ग्राम प्रधान की भी जिम्मेदारी तय कर कडी कार्रवाई की जाए। पराली के निस्तारण के लिए प्रत्येक जिले में कृषि यंत्रों की व्यवस्था की जाए।
10
से
16
तक
चलाए
स्वच्छता
अभियान
मुख्य
सचिव
ने
कहा
कि
प्रदेश
में
10
से
16
अक्टूबर
तक
स्वच्छता
अभियान
चल
रहा
है।
सभी
अस्पतालों
और
सरकारी
भवनों
की
साफ-सफाई
कराई
जाए।
अभियान
की
फोटो
नोडल
विभाग
द्वारा
अपनी
वेबसाइट
पर
जरूर
डाली
जाए।
इसके
अलावा
तहसील
और
थाना
दिवस
का
समय
से
आयोजन
कराते
हुए
वरासत
से
संबंधित
समस्याओं
व
शिकायतों
का
समयबद्ध
निस्तारण
होना
चाहिए।
महिला
सशक्तिकरण
के
लिए
भी
संबंधित
विभाग
वृहद
कार्ययोजना
बनाकर
अविलंब
प्रस्तुत
करें।