Mainpuri byelection: उपचुनाव की चेकिंग के दौरान फॉर्च्यूनर में मिला नोटों का जखीरा‚ जांच में जुटी पुलिस
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर यूपी में खासा हलचल देखने को मिल रही है। इस चुनाव में अपने-अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और बीजेपी दोनों ने ही अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। ऐसे में यूपी पुलिस भी 5 दिसंबर को होने वाले चुनाव से पहले सुरक्षा व्यस्था को लेकर कोई कमी नहीं छोड़ रही है। इसी बीच मंगलवार को करीब 5 बजे पुलिस और अधिकारियों की टीम जब वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तो कानपुर की ओर से आ रही एक फॉर्च्यूनर गाड़ी की चेकिंग की गई तो उसमें रुपयों का जखीरा बरामद हुआ। प्रशासन ने तत्काल सेल टैक्स विभाग के कमिश्नर और असिस्टेंट कमिश्नर को सूचित किया ,जिस पर उन्होंने रुपयों को सुपुर्दगी में लेकर उनकी गिनती शुरू कराई।
होने
वाले
उपचुनाव
को
लेकर
हो
रही
थी
चेकिंग
दरअसल,
आज
शाम
5
बजे
के
आसपास
जोनई
बॉर्डर
पर
पुलिस
और
अधिकारियों
की
टीम
जब
वाहनों
की
चेकिंग
कर
रही
थी,
तो
कानपुर
की
ओर
से
आ
रही
एक
फॉर्च्यूनर
गाड़ी
नंबर
यूपी,
75,ई
.जे
0049
की
चेकिंग
की
गई
तो
उसमें
रुपयों
का
ये
जखीरा
बरामद
हुआ।
गाडी
चला
रहा
चालक
अनुपम
सिंह
कानपुर
का
रहने
वाला
है
और
उसने
बताया
कि
यह
पैसा
वो
कानपुर
से
टूंडला
ले
जा
रहा
था।
अनुपम
के
साथ
उसका
एक
हेल्पर
जिसका
नाम
राकेश
शर्मा
है,
उसका
कहना
है
कि
यह
रुपया
कानपुर
की
त्रिपाल,
टेंट
बनाने
वाली
फार्म
पी
के
पैकवेल
कंपनी
का
है,
जो
वह
टूंडला
किसी
पार्टी
को
देने
जा
रहा
है।
आपको
बता
दें
कि
जोनई
बॉर्डर
पर
मंगलवार
सुबह
से
ही
कड़ी
चेकिंग
शुरू
की
गई
थी।
सुबह
से
शाम
तक
लगभग
100
वाहनों
को
चेक
किया
गया।
कई
वाहनों
को
हूटर
प्रयोग
करने,
गाड़ियों
के
सवारों
को
सीट
बेल्ट
न
लगाने
तथा
तेज
हॉर्न
बजाने
के
आरोप
में
लोगों
के
चालान
किये
जा
रहे
थे।
इसी
बीच
इस
फॉर्च्यूनर
गाडी
को
भी
रोका
गया
जिसमे
से
करीब
21
लाख
रुपयों
की
बरामदगी
हुई।
प्रशासन
अलर्ट
मोड
पर
बता
दें
कि
प्रदेश
में
होने
वाले
उपचुनाव
के
चलते
इस
मामले
को
पुलिस
ने
बेहद
ही
गंभीरता
से
लिया
और
इसीलिए
अफसरों
ने
इस
बरामदगी
के
तुरंत
बाद
सेल
टैक्स
विभाग
के
कमिश्नर
और
असिस्टेंट
कमिश्नर
को
सूचित
किया,
जिस
पर
असिस्टेंट
कमिश्नर
राजेंद्र
पटेल
जोनई
पहुंच
गए
।
उन्होंने
रुपयों
को
सुपुर्दगी
में
लेकर
उनकी
गिनती
शुरू
कराई।
21
लाख
रुपयों
की
बरामदगी
के
बाद
जिला
प्रशासन
को
भी
तुरंत
सूचित
किया
गया।
मौके
पर
वरिष्ठ
अधिकारियों
का
पहुंचना
आरंभ
हो
गया
था।
बताया
गया
है
कि
इस
वरामदगी
के
दौरान
उप
जिलाधिकारी
जसवंतनगर
ज्योत्सना
बंधु,
पुलिस
क्षेत्राधिकारी
अतुल
प्रधान
के
अलावा
जसवंतनगर
के
थाना
इंचार्ज
रन
बहादुर,
क्राइम
इंस्पेक्टर
राजेश
कुमार
और
कई
बड़े
अन्य
अफसर
भी
मौके
पर
पहुंच
गए
थे।
पूरी
जांच
पड़ताल
के
बाद
ही
आगे
की
कार्यवाही
की
जाएगी।