कन्नौज में हुए सांप्रदायिक उपद्रव का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, जानिए चंचल त्रिपाठी ने क्यों रची थी साजिश ?
कन्नौज, 14 अगस्त: यूपी के कन्नौज जिले स्थित एक मंदिर में मांस फेंकने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, थानाध्यक्ष को हटवाने के लिए आरोपी ने मंदिर में मांस रखवाकर सांप्रदायिक उपद्रव की साजिश रची थी। इसके लिए उसने एक कसाई को 10 हजार रुपए दिए थे। एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी चंचल त्रिपाठी की तत्कालीन थानाध्यक्ष हरी श्याम सिंह से कुछ अन-बन थी। वह थानाध्यक्ष को हटवाना चाहता था। इसी लिए उसने सांप्रदायिक उपद्रव कराने की साजिश रची और एक पेशेवर कसाई को 10 हजार रुपए का लालच देकर शिव मंदिर में प्रतिबंधित पशु का मांस रखवा दिया था।
क्या है पूरा मामला?
कन्नौज जिले के तालग्राम थाना इलाके के रसूलाबाद गांव में बने एक मंदिर में 16 जुलाई की सुबह प्रतिबंधित पशु का कटा हुआ सिर हवन कुंड के पास फेंक दिया था। मंदिर में मांस फेंके जाने के विरोध में हिंसा भड़क गई थी। घटनास्थल के कुछ दूरी पर स्थित मांस की तीन दुकानों में आग लगा दी गई थी। हिंदू संगठनों ने काफी देर तक विरोध प्रदर्शन किया था। पुलिस ने इस घटना में 17 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले में शासन की ओर से कार्रवाई करते हुए डीएम और एसपी को हटा दिया गया था। साथ ही थाना प्रभारी समेत दारोगा को निलंबित कर दिया गया था। पुलिस ने बवाल के मास्टरमाइंड चंचल त्रिपाठी व उसके साथी मंसूर को गिरफ्तार कर लिया है।
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जानिए मुख्य आरोपी चंचल त्रिपाठी ने क्यों रची थी साजिश ?
पुलिस ने बताया कि चंचल त्रिपाठी ने कसाई मंसूर को मंदिर में मांस का टुकड़ा रखने के लिए 10 हजार रुपए का लालच दिया था। उसका तत्कालीन थाना प्रभारी हरिश्याम सिंह से विवाद चल रहा था। उसने थाना प्रभारी को यहां से हटवाने के लिए साजिश रची थी। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी चंचल त्रिपाठी ने तत्कालीन थाना प्रभारी को हटवाने के लिए सोशल मीडिया पर भी आत्मदाह की धमकी दी थी और उन पर जातिवाद के आरोप लगाए थे।