Rajasthan: पीएम मोदी से सवा घंटे की मुलाकात ने बदले प्रदेश के सियासी समीकरण, विरोधयों पर भारी पड़े सतीश पूनिया
जयपुर, 13 अगस्त। राजस्थान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया विरोधी धड़े पर भारी पड़ गए हैं। सतीश पूनिया 2023 तक प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बने रहेंगे। पूनिया का 2 वर्ष का कार्यकाल सितंबर में पूरा होने जा रहा है। प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव तक पूनिया ही अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। पूनिया का विरोधी धड़ा उनकी उपलब्धियों पर सवाल उठा रहा है। विरोधी धड़े के नेताओं का कहना है कि 3 साल में पार्टी किसी भी मुद्दे को बड़ा बनाने में नाकाम रही है। प्रदेश स्तर पर कोई भी बड़ा आंदोलन खड़ा नहीं कर पाए। लेकिन पार्टी नेतृत्व ने पूनिया पर एक बार फिर विश्वास जताया है। माना जा रहा है कि यह पीएम मोदी से पूनिया की सवा घंटे तक बातचीत का नतीजा है। सतीश पूनिया ने मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
70 साल में रिटायरमेंट के बयान से आए विवादों में
राजस्थान भाजपा में पूनिया और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच छत्तीस का आंकड़ा रहा है। सतीश पूनिया वसुंधरा विरोधी गुट के नेता माने जाते हैं। सीएम फेस को लेकर वसुंधरा समर्थक सतीश पूनिया को अक्सर निशाने पर लेते रहते हैं। पुनिया ने हाल ही में जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि 70 साल के नेताओं को रिटायरमेंट ले लेना चाहिए और विधानसभा चुनाव मेरे नेतृत्व में ही होने चाहिए। पूनिया इस बयान को लेकर विवादों में आ गए थे। सियासी गलियारों में उनके इस बयान की खूब चर्चा हुई थी। माना जा रहा था कि अब अध्यक्ष पद में बदलाव होंगे। लेकिन पार्टी नेतृत्व ने एक बार फिर सतीश पूनिया पर ही भरोसा जताया है।
पीएम मोदी से मई में हुई थी मुलाकात
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया अध्यक्ष पद पर लगातार बने रहेंगे। इसके आंशिक संकेत 14 मई 2022 को मिल गए थे। पीएम मोदी ने पूनिया को मुलाकात के लिए सवा घंटे का समय दिया था। 14 मई को पूनिया दिल्ली के दौरे पर रहे थे। इस दौरान उनकी मुलाकात पीएम मोदी से हुई थी। पीएम मोदी ने पूनिया और उनके परिवार के साथ फोटो भी खिंचवाया था। जानकारों का कहना है कि पूनिया ने पीएम मोदी से मुलाकात सियासी समीकरणों को साधने के लिए की थी। पीएम मोदी से उनकी मुलाकात के मायने कुछ भी हो। लेकिन पूनिया विरोधी धड़े पर भारी पड़े हैं। हालांकि सतीश पूनिया इस मुलाकात को लेकर कुछ नहीं बोले थे। राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। जेपी नड्डा से लेकर पीएम मोदी तक राजस्थान की सियासत को लेकर सक्रिय हो गए हैं। ऐसे में चुनाव से करीब डेढ़ साल पहले राजस्थान में सियासी माहौल बन रहा है। इसके बाद 6 अगस्त को सतीश पूनिया फिर दिल्ली दौरे पर गए और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि दिल्ली दौरे के दौरान राष्ट्रीय नेताओं ने पूनिया के कामकाज की तारीफ की है। आपको बता दें कि पूनिया के दिल्ली दौरे से पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। वसुंधरा की अमित शाह से मुलाकात के कई मायने निकाले गए थे। सियासी गलियारों में दोनों नेताओं के दिल्ली दौरे को लेकर खूब चर्चा हुई थी।