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Rajasthan Rain : मानसून 2022 का टॉपर बना कोटा, Jodhpur में जलप्रलय की असली वजह भी जानिए

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जयपुर, 27 जुलाई। राजस्‍थान में 'मानसून 2022 एक्‍सप्रेस' तेज रफ्तार से दौड़ रही है। पूर्वी राजस्‍थान में तो यह तबाही मचा रही है। जानलेवा साबित हो रही है। वहीं, पश्चिमी राजस्‍थान में भी हालात ठीक नहीं हैं। यूं तो सावन लगने के साथ से ही पूरे सूबे में बदरा झूमकर बरस रहे हैं, मगर बीते दो 48 घंटों की बात करें तो सनसिटी जोधपुर रेनसिटी बना हुआ है। यहां सड़कों पर समंदर ना नजारा देखने को मिल रहा है। छह लोगों की मौत भी हो चुकी है।

सर्वाधिक 599.6 एमएम बारिश कोटा जिले में

सर्वाधिक 599.6 एमएम बारिश कोटा जिले में

33 जिलों वाले राजस्‍थान में बारिश का सीजन चाह माह (एक जून से 30 सितम्‍बर) तक माना जाता है। अभी तो साल 2022 की सीजन का आधा समय भी नहीं गुजरा कि पूरे राजस्‍थान में बारिश ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए। एक जून से लेकर 27 जुलाई तक की अवधि में 599.6 एमएम बारिश के साथ शिक्षानगरी कोटा टॉप पर है। अब तक कोटा जिले में सर्वाधिक बारिश हुई है। अभी 33 में से एक भी जिला ऐसा नहीं जहां औसत से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।

 ये है जोधपुर में भारी बारिश की वजह

ये है जोधपुर में भारी बारिश की वजह

वन इंड‍िया हिंदी से बातचीत में मौसम विभाग जयपुर के निदेशक राधेश्‍याम शर्मा कहते हैं कि सोमवार शाम और बुधवार सुबह तक जोधपुर जिले में 224.6 एमएम पानी बरसा है, जो बीते कई सालों में सर्वाधिक है। इसकी वजह है साइक्‍लोन सर्किल, जो पूर्व और सेंटल राजस्‍थान पर बना। यह सतह से 8 किलोमीटर की ऊंचाई तक बना हुआ था। बंगाल की खाड़ी से आने वाली मानसूनी हवाएं भी काफी सक्रिय थीं। अरब सागर की ओर से भी नमी का वातावरण बना रहा था। ये किसी एक ही जगह पर मूसलाधार बारिश के लिए अनुकूल स्थिति थी, जो हमें जोधपुर जलप्रलय के रूप में देखने को मिली। जोधपुर शहर ही बल्कि आस-पास गांव-जिलों में खूब बारिश हुई है।

 17 जुलाई 1943 का रिकॉर्ड बरकरार

17 जुलाई 1943 का रिकॉर्ड बरकरार

जोधपुर में 25 जुलाई की शाम से लेकर 27 जुलाई 2022 की सुबह तक हुई कुल बारिश भले ही 200 एमएम पार पहुंच गई हो, मगर जुलाई माह में एक ही दिन में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड अभी नहीं टूट पाया है। 17 जुलाई 1943 को 24 घंटे में 194.1 एमएम बारिश हुई थी, जो अब तक की सबसे ज्‍यादा है। इसके अलावा साल 2022 से पहले 29 जुलाई 2019 को एक ही दिन में 116.9 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। साल 2022 की बारिश में परकोटे के भीतर बसे पुराने जोधपुर के हालात खराब हो गए। सड़कें नदियां बन गई और कार-मोटरसाइकिल तिनकों की तरह बहती नजर आईं।

राजस्‍थान में अब तक औसत से 67 प्रतिशत ज्‍यादा बारिश

राजस्‍थान में अब तक औसत से 67 प्रतिशत ज्‍यादा बारिश

मौसम विभाग जयपुर के निदेशक राधेश्‍याम शर्मा के अनुसार साल 2022 का मानसून राजस्‍थान के लिए अच्‍छा रहा है। बीते 50 साल की बारिश के आंकड़ों के आधार पर यह अनुमान रहता है कि एक जून से लेकर 27 जून की अवधि तक राजस्‍थान के सभी जिलों में औसत बारिश 184.9 एमएम बारिश होनी चाहिए जबकि वास्‍तविक तौर पर 308 एमएम हुई है, जो 67 प्रतिशत ज्‍यादा है। बात अगर पूरे चार माह की करें तो उसमें राजस्‍थान की कुल बारिश 435 एमएम तक पहुंचने का अनुमान रहता है जबकि अभी दो माह में 308 एमएम तक पहुंच गए। अगस्‍त और सितम्‍बर माह तो अभी बाकी है।

राजस्‍थान के 29 जिलों में औसत से 20 फीसदी ज्‍यादा बारिश

राजस्‍थान के 29 जिलों में औसत से 20 फीसदी ज्‍यादा बारिश

बता दें कि राजस्‍थान के सभी 33 जिलों में साल 2022 का मानसून अब तक तो मेहरबान रहा है। 20 जिले तो ऐसे हैं, जिनमें औसत से 20 प्रतिशत तक ज्‍यादा बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है। सिर्फ हनुमानगढ़, अलवर, भरतपुर और करौली ऐसे जिले में जिनमें बारिश तो औसत से ज्‍यादा हुई है, मगर 19 प्रतिशत तक ही ज्‍यादा। इस लिहाज से ऐसा कोई जिला नहीं बचा है, जहां इस बारिश जोरदार बारिश नहीं हुई हो।

पूर्वी राजस्‍थान ने मारी बाजी

एक जून से 27 जुलाई 2022 के बीच बारिश के मामले में पूर्व राजस्‍थान ने बाजी मारी है। पूर्वी राजस्‍थान में अब तक औसत 381.2 एमएम बारिश है। यहां सामान्‍य बारिश 257.5 एमएम रहती है। पश्चिमी राजस्‍थान में अब तक सामान्‍य बारिश 127.1 की तुलना में 249.7 एमएम बारिश हुई है। पूर्वी राजस्‍थान में कोटा तो पश्चिमी राजस्‍थान में 331.6 एमएम के साथ चूरू जिला अव्‍वल है। बीकानेर, बाड़मेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, नागौर, पाली व श्रीगंगानगर पश्चिमी राजस्‍थान व शेष जिले पूर्वी राजस्‍थान में आते हैं।

राजस्‍थान में सर्वाधिक बारिश वाले पांच जिले

1. कोटा में 599.6 एमएम

2. झालावाड़ में 552.2 एमएम
3. बारां में 488.6 एमएम
4. बूंदी में 428.7 एमएम
5. सिरोही में 418.8 एमएम

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English summary
Kota became topper of monsoon 2022 till 27 july also know reason of jodhpur heavy rain
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