राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार अकुशल श्रमिकों को कृषि विज्ञान केद्रों पर देंगे प्रशिक्षण
जयपुर। अशोक गहलोत सरकार ने मनरेगा में अकुशल श्रमिकों के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब राज्य सरकार अकुशल श्रमिकों को कृषि विज्ञान केद्रों से प्रशिक्षण देने की तैयारी में जुटी हुई है। अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने इस संबंध में तमाम अफसरों को निर्देश दिए है।
गहलोत सरकार अब कोरोना काल में राजस्थान में मनरेगा योजना को और मजबूत करने का काम करेगी। महात्मा गांधी नरेगा योजना में अकुशल श्रमिकों के कौशल विकास के लिए कृषि विश्वविद्यालयों के तहत संचालित कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा यानि उनके हुनर के मुताबिक काम का प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा यह ट्रेनिंग मार्च से दी जाएगी।
20
हजार
पात्र
लाभार्थियों
का
मिलेगा
मौका
सरकार
ने
100
दिवस
पूर्ण
करने
वाले
अकुशल
श्रमिकों
के
परिवारों
में
से
20
हजार
पात्र
लाभार्थियों
को
डीडीयू-जीकेवाई,
आरसेटी
और
केवीके
के
माध्यम
से
कौशल
विकास
प्रशिक्षण
दिये
जाने
का
लक्ष्य
रखा
है।
विभाग ने आरसेटी के राज्य निदेशक को निर्देश दिये कि वित्तीय वर्ष की शेष अवधि और आगामी वित्तीय वर्ष के लिए 6 हजार लाभार्थियों के प्रशिक्षण के लिए कार्य योजना तैयार किया जाएगा।
कितना
कारगर
साबित
होगी
योजना
मनरेगा
में
उन्नति
योजना
के
अंतर्गत
राजस्थान
में
मनरेगा
को
नए
आयाम
पर
ले
जाया
जाएगा।
इस
सबंध
में
पंचायतीराज
विभाग
के
अफसरों
के
साथ
साथ
कृषि
विभाग
के
अधिकारी
भी
सक्रिय
हो
गए
हैं।
ऐसे
में
अब
देखना
यह
होगा
कि
यह
योजना
मजदूरों
के
लिए
कितनी
कारगर
साबित
होगी?
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