Jabalpur News: सरकारी अस्पताल है या WWF का रेसलिंग रिंग.....दनादन मुक्केबाजी, जान बचाकर भागी डॉक्टर
जबलपुर, 12 अगस्त: सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए मार धाड़ वाले केस भी पहुंचते हैं। आपसी विवाद में घायल दोनों पक्षों का एक साथ अस्पताल में पहुंचना अब महंगा साबित होने लगा है। एक ऐसे ही मामले में मप्र के जबलपुर का सरकारी जिला अस्पताल WWF की रेसलिंग रिंग जैसा बन गया। स्ट्रेचर से कूदकर घायल, दूसरे पक्ष के साथ मुक्केबाजी करने लगा। इस फाइटिंग से अस्पताल का स्टाफ जान बचाकर भागा। आए दिन बढ़ती इन घटनाओं से अस्पताल का स्टाफ दहशत में है, अब सुरक्षा की मांग की जा रही है।
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अस्पताल बना WWF का रेसलिंग रिंग !
रक्षाबंधन की रात एमपी के जबलपुर की डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में यह मामला हुआ। शहर के गोहलपुर इलाके में राजेश यादव और चंदन चौधरी के बीच मारपीट हुई थी। जिन्हें घायल अवस्था में पुलिस MLC के लिए सरकारी जिला हॉस्पिटल लेकर पहुंची। यहां भी दोनों पक्षों ने अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष को WWF जैसे रेसलिंग रिंग में तब्दील कर दिया। अस्पताल के स्टाफ के सामने दोनों पक्षों में लात घूंसे चलने लगे। एक दूसरे को दोनों दनादन मुक्के मारने लगे, जिससे इलाज के लिए आए अन्य मरीजों को दहशत की वजह से वापस घर लौटना पड़ा।
फ़िल्मी स्टाइल में स्ट्रेचर से कूदा चंदन
चश्मदीदों ने बताया कि पहले से मारपीट में चंदन के सिर पर चोटें पहुंची थी। जिसे इलाज के लिए स्ट्रेचर पर लिटाया गया था। तभी अचानक दूसरे पक्ष से राजेश यादव भी वहां पहुंच गया। जिसे देखकर चंदन, स्ट्रेचर से कूदा और राजेश को मुक्के मारने लगा। देखते ही देखते दोनों पक्षों के लोग आपस में भिड़ गए और जमकर उत्पात मचाया। बताया गया मारपीट करने वाले अधिकांश लोग शराब के नशे में धुत थे, जिन्हें रोकने की कोशिश की गई तो वह उन्हीं के साथ मारपीट पर उतारू हो गए।
जमकर हुई टूट-फूट, जान बचाकर भागा स्टाफ
इस दौरान अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में जमकर तोड़फोड़ भी हुई। दरवाजे के कांच टूट गए और परदे की रॉड ट्यूबलाईट निकल गई। ड्यूटी पर मौजूद अस्पताल का स्टाफ किसी तरह जान बचाकर भागा। ड्यूटी डॉक्टर ज्योति का कहना था कि मारपीट करने वालों के साथ कुछ गुंडे भी आए थे। जिन्होंने जमकर आतंक मचाया। अन्य बाहरी मरीज जो इलाज के लिए आए थे, उन्हें भी धमकाने लगे। ज्योति बोली कि उन्हें अपनी जान बचाने छलांग लगाना पड़ी, नहीं तो उन पर भी हमला हो जाता।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
मारपीट के मामले में प्रकरण दर्ज करते हुए पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने की धारा भी बढ़ा दी हैं। पुलिस का कहना है कि दोनों मुख्य आरोपियों के अलावा मारपीट करने वालों की पहचान की जा रही है। उन्हें भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
अस्पताल के स्टाफ ने की सुरक्षा की मांग
इधर अस्पताल का स्टाफ दहशत में है। आए दिन रात के वक्त MLC के लिए पहुंचने वाले केस में यही हो रहा है। हॉस्पिटल में सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी भी है, लेकिन सुरक्षा कर्मी अक्सर नदारत रहते है। जब तक थाने की पुलिस मौके पर पहुंचती है, तब तक हॉस्पिटल में घटना को अंजाम देकर हमलावार फरार हो जाते है।