Jabalpur News: भारत-पाक विभाजन रद्द हो या फिर मुसलमान वहीं चले जाए, बोले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद
शंकराचार्य नियुक्त होने के बाद से स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद लगातार हिंदुत्व और उससे जुड़े मसलों पर लगातार बड़े बयान दे रहे है। एक बार फिर उन्होंने जबलपुर में मुसलमानों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने भारत पाकिस्तान विभाजन की वजहों का हवाला देते हुए कहा है कि देश के मुसलमानों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए। बोले कि जो देश हमसे टूटकर बना है, वहीं आज हमारा दुश्मन बना हुआ है। मुसलमानों ने धर्म के आधार पर पाकिस्तान लिया था।

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मप्र के जबलपुर में विवादित बयान दिया है। जिसकी खूब चर्चा हो रही है। उन्होंने मुसलमानों को लेकर यह बयान दिया। बोले कि भारत पाकिस्तान का जब विभाजन हुआ था, मुसलमानों ने धर्म के आधार पर पाकिस्तान अपनाया था। या तो यह विभाजन निरस्त होना चाहिए या फिर विभाजन स्वीकार किए रहना है तो देश में रह रहे मुसलमानों को पकिस्तान चले जाना चाहिए। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ब्रह्मलीन जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के उत्तराधिकारी के रूप में शंकराचार्य नियुक्त हुए है। उन्होंने कहा कि अखंड भारत के विभाजन के वक्त हिंदुओं के कई धार्मिक स्थान पाकिस्तान और बांग्लादेश में रह गए। पीओके में धार्मिक स्थल है, वहां भी अन्य मंदिरों की पूजा-अर्चना होना चाहिए।
भारत-पकिस्तान के बीच अक्सर उत्पन्न होने वाले तनाव पर भी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि पहले की गई गलतियों की सजा आज हिन्दुस्तान भुगत रहा है। जो हमारे का देश का हिस्सा टूटकर स्थापित पकिस्तान आज हमें ही आंखे दिखाता है और हम हाथ पर हाथ रखे बैठे रहते है। उन्होंने क्रिकेट मैच का भी उदहारण दिया कि किस तरह दोनों देश में रहने वाले लोगों में एक दूसरे के प्रति कट्टरपन पनप रहा है। क्रिकेट मैच में ही जब भारत जीतता है तो पाकिस्तानियों की तरह-तररह की प्रतिक्रियाएं होती है, उसी तरह जब पकिस्तान जीतता है, भारत के लोग परेशान हो जाते है। ऐसी बिगड़ती परिस्थितियों में अविमुक्तेश्वरानंद ने मांग की है कि भारत-पाक का विभाजन निरस्त होना चाहिए।