शंघाई की तरफ बढ़ा US मिलिट्री का वॉरप्लेन, चीन-अमेरिका के बीच टेंशन बढ़ी
बीजिंग।
अमेरिका
और
चीन
में
तनाव
इस
कदर
बढ़
चुका
है
कि
विशेषज्ञ
कहने
लगे
हैं
कि
अब
यह
देखना
कि
किसकी
पलक
पहले
झपकेगी।
पिछले
दिनों
दोनों
देशों
में
कांसुलेट्स
भी
बंद
किए
गए
हैं।
इन
सबके
बीच
ही
अमेरिकी
मिलिट्री
का
एक
वॉरप्लेन
रविवार
को
शंघाई
की
तरफ
बढ़
गया।
साउथ
चाइना
मॉर्निंग
पोस्ट
ने
इस
बात
की
जानकारी
दी
है।
हांगकांग
से
निकलने
वाले
इस
अखबार
ने
बताया
है
कि
यूएस
मिलिट्री
के
एयरक्राफ्ट
लगातार
चीन
की
तरफ
बढ़
रहे
हैं।
कुछ
चीनी
विशेषज्ञ
मान
रहे
हैं
कि
अमेरिका,
चीन
को
उकसा
रहा
है।
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वॉरप्लेन के साथ मिसाइल डेस्ट्रॉयर भी
चीन ने अमेरिका के ह्यूस्टन में अपना कांसुलेट बंद होने की प्रतिक्रिया स्वरूप चेंगदू में अमेरिकी कांसुलेट को बंद कर दिया है। इसके बाद से दोनों के बीच टेंशन बढ़ती जा रही है। पेकिंग यूनिवर्सिटी के थिंक टैंक की की तरफ से बताया गया है कि अमेरिकी मिलिट्री का वॉरप्लेन P-8A एंटी-सबमरीन प्लेन और EP-3E रीकानिसन्स प्लेन ताइवान स्ट्रेट में दाखिल हो गए थे। ये प्लेन रविवार को चीन के झेजियांग और फुजियांग के एकदम करीब थे। P-8A शंघाई से बस 100 किलोमीटर दूर था। रविवार को थिंक टैंक की तरफ से बताया गया कि फुजियान के करीब आने और ताइवान स्ट्रेट के दक्षिण में दाखिल होने के बाद ये प्लेन वापस चले गए। इसके बाद थिंक टैंक ने फिर से ट्वीट किया और बताया कि यूएस नेवी का P-8A शंघाई के करीब ऑपरेट हो रहा था। थिंक टैंक ने सवाल उठाए हैं और कहा कि क्या यह कोई ज्वॉइन्ट ऑपरेशन था? थिंक टैंक के मुताबिक P-8A के साथ यूएसएस राफेल पेराल्टा, एक गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर भी थे।
12 दिन में हुई ऐसी 12वीं घटना
थिंक टैंक की तरफ से जो चार्ट रिलीज किया गया है उसके मुताबिक P-8A 76.5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से शंघाई की तरफ बढ़ रहा था। हाल के वर्षो में यह पहली घटना है जब अमेरिका का कोई मिलिट्री एयरक्राफ्ट चीन के इतने करीब आया है। जबकि बाकी प्लेन फुजियान के दक्षिणी तट पर 106 किलोमीटर की दूरी तक थे। यह 12वीं घटना है जब अमेरिकी मिलिट्री के प्लेन चीन की तरफ बढ़े हैं। सोमवार को थिंक टैंक ने ट्वीट किया और लिखा ऐसा लगता है कि यूएस एयरफोर्स का RC-135W जो कि एक रीकानिसन्स प्लेन है, वह ताइवान के एयरस्पेस में दाखिल हो चुका है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया गया है। लेकिन दोपहर होते-होते थिंक टैंक ने फिर से ट्वीट किया। इस बार लिखा कि एक EP-3E गुआंगदोंग से 100 किमी से भी कम दूरी पर है और रेकी कर रहा है।
चीनी नेवी ने दी US पायलट को वॉर्निंग
P-8A के शंघाई के करीब पहुंचने की घटना ऐसे समय में हुई है जब पिछले दिनों चेंगदू में अमेरिकी कांसुलेट को बंद कर दिया गया। इसके बाद सोमवार को सुबह 10 बजे चीनी सरकार ने अमेरिकी स्टाफ को बिल्डिंग खाली करने के लिए कहा। गुरुवार को साउथ चाइना स्ट्रैटेजिक सिचुएशन प्रोबिंग इनीशिएटिव की तरफ से एक ऑडियो रिकॉर्डिंग रिलीज की गई। इसे सुनने के बाद ऐसा लगता है कि चीनी नौसेना की तरफ से अमेरिका के मिलिट्री प्लेन को वापस लौटने के लिए कहा जा रहा है। इसमें कहा जा रहा है कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो फिर उसे इंटरसेप्ट किया जा सकता है।
लगातार चीन की तरफ बढ़ रहे अमेरिकी प्लेन
थिंक टैंक के मुताबिक यूएस एयरफोर्स का E-8C सर्विलांस प्लेन गुआंगदोंग प्रांत के दक्षिणी पूर्वी तट से 185 किमी दूर तक आया और पिछले हफ्ते इस तरह की घटना चार बार रिकॉर्ड हुई है। इंस्टीट्यूट के मुताबिक अमेरिकी प्लेन अप्रैल से ही लगातार चीन की सीमा के करीब आ रहे हैं। साल 2020 के पहले छह माह के अंदर अमेरिका की तरफ से ऐसी घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है। अमेरिका की तरफ से साउथ चाइना सी पर रेकी एक नए चरण में पहुंच गई है। पिछले तीन हफ्तों के अंदर साउथ चाइना सी पर अमेरिकी प्लेन ने 50 से ज्यादा सॉर्टीज को पूरा किया है।