अमेरिकी चुनाव: डोनाल्ड ट्रंप जिद पर अड़े, आने वाले दिनों में उथल-पुथल की आशंका
वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को हुए एक हफ्ते हो चुके हैं। डेमोक्रेट जो बाइडेन विजेता हैं और अब वो 20 जनवरी को औपचारिक तौर पर 46वें राष्ट्रपति की शपथ लेंगे। वहीं, चुनाव हार चुके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अड़ियल रवैये की वजह से अमेरिका में आने वाले दिनों में काफी उठा-पटक की आशंका है। ट्रंप के पास अभी इतनी ताकत है कि वो बाइडेन को सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया धीमी कर सकते हैं।
Recommended Video
यह भी पढ़ें-हार से बौखलाए ट्रंप ने रक्षा मंत्री मार्क एस्पर को निकाला
14 दिसंबर को निर्वाचक करेंगे वोटिंग
जो बाइडेन को 290 इलेक्टोरल वोट्स मिल चुके हैं और ट्रंप ने उनकी जीत को एक झूठ करार दिया है। वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि अभी चुनाव खत्म नहीं हुए हैं। उनकी बाद काफी हद तक सही भी है और अमेरिकी चुनाव खत्म नहीं हुए है। 14 दिसंबर को निर्वाचक इकट्ठा होंगे जो कि आमतौर पर पार्टी के ही लोग होते हैं लेकिन उस कैंडीडेट को सपोर्ट करते हैं जिसे उनके राज्य में सबसे ज्यादा वोट हासिल किए होते हैं। ये सभी निर्वाचक अब अपना वोट डालेंगे। अमेरिका की नई कांग्रेस 6 जनवरी को इलेक्टोरल कॉलेज के वोट को स्वीकार करेगी। अगर बाइडेन को इलेक्टोरल कॉलेज के वोट्स मिलते हैं, जिसकी उम्मीद सबसे ज्यादा है तो फिर 20 जनवरी को वह शपथ लेंगे। प्रेसिडेंशियल ट्रांजिशन एक्ट 1963 के तहत सिविल सर्वेंट्स सत्ता का हस्तांतरण कराते हैं। उन्हें इस कानून के तहत जरूरी आंकड़ें मुहैया कराने होते हैं और आने वाले अधिकरियों तक पहुंचना होता है। इस कानून के तहत यूएस जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेशन (जीएसए), ट्रांजिशन की प्रक्रिया शुरू करती है। इस एजेंसी के पास सरकारी बिल्डिंग्स के प्रबंधन और चुनाव के विजेता का नाम ऐलान करने का अधिकार होता है।
GSA को भेजी गई चिट्ठी
इस मौके पर आने वाले राष्ट्रपति की टीम फंड रिलीज करती है और प्रतिनिधियों को सरकारी एजेंसियों के पास भेजती है। रविवार को ट्रांजिशन एक्सपर्ट्स की तरफ से जीएसए की एडमिनिस्ट्रेटर एमिली मर्फी को एक चिट्ठी भेजी गई थी। एक्सपर्ट्स की तरफ से अपील की गई है कि बाइडेन को विजेता की मान्यता दी जाए। सेंटर फॉर प्रेसिडेंशियल ट्रांजिशन की तरफ से जो चिट्ठी भेजी गई है उसमें लिखा है, 'अब जबकि कानूनी विवादों पर फैसला होना है, नतीजों से एकदम साफ है कि ट्रांजिशन की प्रक्रिया अब तक शुरू हो जानी चाहिए।' सोमवार को कोरोना वायरस टास्क फोर्स की पहली मीटिंग की जाएगी। जीएसए की तरफ से हालांकि कहा गया है अभी तक उसके पास विजेता के बारे में कोई जानकारी नहीं आई है। नतीजे आने के बाद 78 दिनों का वह समय भी शुरू हो चुका है जिसमें इलेक्शन डे से लेकर 20 जनवरी के बीच आधिकारिक तौर पर सत्ता का हस्तातंरण नए चुने राष्ट्रपति को हारे हुए या जाने वाले राष्ट्रपति की तरफ से किया जाता है, इसे ट्रांजिशन पीरियड कहा जाता है।