पेंटागन का दावा, अफगानिस्तान ड्रोन अटैक में मारे गए ISIS-K के 2 खूंखार आतंकी
वाशिंगटन, 29 अगस्त: अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने शनिवार को दावा करते हुए बताया है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक में आईएसआईएस-के (ISIS-K) के दो हाई प्रोफाइल आतंकी मारे गए हैं। इसके साथ ही एक अन्य घायल हो गया। अमेरिका ने कहा कि ड्रोन हमले में कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ, अमेरिका वापसी के अंत तक अपनी रक्षा करने की क्षमता बनाए रखेगा।
पेंटागन ने शनिवार को पुष्टि करते हुए कहा कि आईएसआईएस-के की ओर काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती विस्फोटों के 'बदले' में की गई ड्रोन स्ट्राइक में आईएस के दो हाई-प्रोफाइल खूंखार आतंकियों को टारगेट करके मौत के घाट उतार दिया, जबकी एक अन्य आतंकी घायल है। वहीं यह पूछे जाने पर कि क्या केवल एक ही हमले में उन दोनों की मौत हुई तो पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन एफ किर्बी ने कहा कि सिर्फ एक ही मिशन था और जैसे ही जानकारी आई, हमें पता चला कि दो मारे गए थे।
मारे जाने वाले ISIS-k प्लानर और सूत्रधार
पेंटागन ने कहा कि उनकी पिछली गतिविधियों के आधार पर उन्हें 'हाई प्रोफाइल' के रूप में बांटा गया है। उनके नाम का खुलासा करने या फिर काबुल विस्फोट में सीधे तौर पर शामिल होने के सवाल पर किर्बी ने कहा कि वे आईएसआईएस-के प्लानर और सूत्रधार थे, जो पर्याप्त कारण है। हम उनके रोल की डिटेल में नहीं जाएंगे।
लोगों को बाहर निकालने पर फोकस
वहीं काबुल एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्रों में खतरे पर प्रेस सचिव ने कहा कि खतरे अभी भी बहुत वास्तविक और गतिशील हैं और हम वास्तविक समय की निगरानी कर रहे हैं। वहीं हक्कानी और तालिबान लिंक पर उन्होंने कहा कि हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को बाहर निकालने पर फोकस कर रहे हैं।
अमेरिका ने 48 घंटे के भीतर काबुल आतंकी हमले का लिया बदला, अफगानिस्तान में ISIS के गढ़ पर एयरस्ट्राइक
नांगहर प्रांत में यूएस की ड्रोन स्ट्राइक
बता दें कि शनिवार सुबह को मीडिया रिपोर्टों में बताया गया था कि अफगानिस्तान के नांगहर प्रांत में अमेरिका ने ड्रोन स्ट्राइक की थी, जो काबुल से लगभग 150 किलोमीटर दूरी पर है। अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट बम धमाकों के 48 घंटे से भी कम समय में यह जवाबी कार्रवाई को अंजाम दिया। बता दें कि काबुल एयरपोर्ट पर हुए विस्फोट में करीब 150 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल थे।