अब नाटो की शरण लेंगे जेलेंस्की, रूस के यूक्रेन के 4 हिस्सों पर कब्जे के बाद राष्ट्रपति ने किया ऐलान
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने द्वारा यूक्रेन के कई हिस्सों को रूस में मिलाने की घोषणा के बाद अब यूक्रेन ने नाटो में शामिल होने का फैसला किया है।
कीव, 30 सितंबरः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने द्वारा यूक्रेन के कई हिस्सों को रूस में मिलाने की घोषणा के बाद अब यूक्रेन ने नाटो में शामिल होने का फैसला किया है। यूक्रेन ने औपचारिक रूप से नाटो गठबंधन में शामिल होने के लिए अपना आवेदन जमा कर दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने वोलोदिमिर जेलेंस्की ने यह घोषणा की है।
Recommended Video
राष्ट्र की सुरक्षा के लिए नाटो में शामिल होना जरूरी
द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन "स्वतंत्र राष्ट्रों की संपूर्ण सुरक्षा के लिए एक निर्णायक कदम उठाने जा रहा है"। जेलेंस्की ने कहा, "हम जानते हैं कि कौन हमें धमकाता है। कौन हमें मारने-पीटने को तैयार है। जो अपने नियंत्रण क्षेत्र का विस्तार करने के लिए किसी भी बर्बरता पर रुकने को तैयार नहीं हैं।" वोलोदिमिर जेलेंस्की का ये संबोधन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने द्वारा यूक्रेन के कई हिस्सों को रूस में मिलाने की घोषणा के बाद हुआ। इस दौरान जेलेंस्की ने अपने देश के 'संपूर्ण क्षेत्र' को फिर से हासिल करने का संकल्प लिया। जेलेंस्की ने कहा कि कीव ने नाटो से त्वरित सदस्यता के लिए निवेदन किया है। उन्होंने कहा कि जब तक पुतिन सत्ता में हैं, यूक्रेन रूस से बातचीत नहीं करेगा।
यूक्रेन के चार क्षेत्रों को रूस ने अपने में मिलाया
इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के कई हिस्सों में जनमत संग्रह कराने के बाद इसे अपने देश में मिलाने की घोषणा की। शुक्रवार को क्रेमलिन में आयोजित एक कार्यक्रम में में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस इन नए इलाकों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। इस बीच पुतिन ने यूक्रेन से बातचीत के लिए साथ बैठने का आग्रह भी किया। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि रूस में शामिल किए गए हिस्सों पर वह दावा कभी नहीं छोड़ेगा।
पुतिन ने कहा आज से ये हमारे नागरिक
व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के जिन चार राज्यों को अपने देश में मिलाया है, उन शहरों के नाम डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन हैं। पुतिन ने क्रेमलिन के सेंट जॉर्ज हॉल में सैंकड़ों गणमान्य लोगों के समझ एक हस्ताक्षर करके इन इलाकों को रूस के अधीन किया। यह समारोह जनमत संग्रह के पूरा होने के ठीक 3 दिन बाद हुआ। इस दौरान पुतिन ने कहा "यह करोड़ों लोगों की इच्छा है।" पुतिन ने कहा कि डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया, खेरसॉन के लोग अब रूसी नागरिक बन चुके हैं। अब अगर इन पर किसी भी देश ने हमला किया तो उसे रूस पर किया गया हमला माना जाएगा। इसके बाद रूस अपने नागरिकों और अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी ताकत से जवाब देगा।
रूस के पूर्ववर्ती नेताओं को अमेरिका ने बहकाया
राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिका पर रूस के पूर्ववर्ती नेताओं को बहकाने का इल्जाम भी लगाया। पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देशों ने हमारे पूर्ववर्ती नेताओं को हथियारों को कम करने पर राजी कर मूर्ख बनाया। उन्होंने अपने हथियार नहीं हटाए मगर हमारे हथियार नष्ट कर दिये गए। हमने अपने ही हथियार खत्म किए मगर हमें इससे क्या मिला? पुतिन ने अमेरिका को लाखों लोगों की हत्या करने का आरोप लगाया। पुतिन ने कहा कि यह अमेरिका ही है जो पूरी दुनिया में एक देश को दूसरे देश से लड़ाता रहा है। इराक पर अमेरिकी हमले को लेकर पुतिन ने अमेरिका पर तंज कसते हुए कहा कि यह देश दूसरे देशों की तो छोड़िए अपने ही साथियों पर भी हमला कर चुका है।
दुनिया को अपने इशारे पर चलाना चाहता है अमेरिका
पुतिन ने कहा कि अमेरिका के मजबूत रहने में कोई भी सुरक्षित नहीं है। वह पूरी दुनिया को कंट्रोल करना चाहता है। अमेरिका ने ही जापान पर परमाणु बम से हमला किया। अमेरिका को छोड़कर कोई भी ऐसा देश नहीं है जिसने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया हो। पुतिन ने अपने भाषण के दौरान यूक्रेन से सीजफायर करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों के चढ़ाने पर यूक्रेन की सरकार नाजीवादी तरीके अपना रही है। पुतिन ने कहा कि हमने मजबूरी में हथियार उठाए। यूक्रेनी सरकार डोनबास्क इलाके में रूसी भाषी लोगों का नरसंहार कर रही थी। हमने बस अपने लोगों की रक्षा में यह कदम उठाया है और यूक्रेन को अपनी ताकत दिखाई है।
आर्मेनिया को हथियार देने पर क्यों राजी हुआ भारत? इजरालय के दोस्त पर टूटेगा पिनाका का कहर