5 साल की बच्ची का वजन 45 किलो, दुर्लभ बीमारी की वजह से हमेशा लगी रहती है भूख, मां मजबूरी में करती ये काम
ब्रिटेन की रहने वाली 25 साल की हॉली विलियम्स की बेटी 5 वर्षीय हार्लो को हमेशा भूख लगी रहती है और वह हर वक्त खाना खाना चाहती हैं। बेटी का वजन पांच साल की उम्र में 45 किलो हो गया है।
दुनिया में कई ऐसी दुर्लभ बीमारियां हैं, जिनके बारे में आम लोगों को पता भी नहीं होता है। ऐसी ही एक बीमारी है, प्रेडर विली सिंड्रोम (Prader Willi Syndrome)। प्रेडर विली सिंड्रोम नाम की एक बीमारी है, इस बीमारी से ग्रसित लोगों को हमेशा भूख लगी रहती है और वह हर वक्त खाना खाना चाहते हैं। ब्रिटेन की रहने लाली पांच साल की बच्ची हार्लो इस प्रेडर विली सिंड्रोम से ग्रसित हैं। इसका नतीजा ये है कि 5 साल की बच्ची हार्लों की इस बीमारी की वजह से उसका वजन 98 पौंड यानी 45 किलोग्राम हो गया है। हार्लों की मां 25 साल की हॉली विलियम्स अपनी बेटी की इस दुर्लभ बीमारी को लेकर बहुत परेशान रहती हैं। उनकी बेटी ज्यादा खान ना खाए, इसके लिए वह किचन में ताला बंद करके रखती हैं।
हर वक्त खाना खाना चाहती है बच्ची
न्यूयोर्क टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक 25 साल की हॉली विलियम्स की बेटी हार्लो को हमेशा भूख लगी रहती है और वह हर वक्त खाना खाना चाहती हैं। बेटी ज्यादा खाना ना खा पाए इसिलए मां हॉली विलियम्स ने किचन में ताला लगाने का फैसला किया ताकि वह ज्यादा न खा सके। मजबूरी में हॉली अपनी बेटी को भूखा रखती हैं, ताकि उनका वजन और अधिक ना बढ़े।
डॉक्टरों का कहना है कि हार्लों प्रेडर विली सिंड्रोम से पीड़ित हैं। इस बीमारी की वजह से हार्लों में क्रोमोसोम 15 नहीं है, जो भूख को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है। इसलिए, हार्लो को लगातार भूख लगती है और वह हमेशा खाना चाहती हैं।
घर का सारा खाना ना खा जाए, इसलिए मां ने उठाया ये कदम
मां विलियम्स कहती हैं, ''रसोई के दरवाजा बंद करके रखना पड़ता है ताकि सुनिश्चित हो कि हार्लो रसोई में अलमारी में कुछ खान तो नहीं रही है। उन्होंने कहा, "भविष्य में मुझे और उपाय करने होंगे, और जैसे-जैसे हार्लो बड़ी हो रही है, मुझे रसोई में हमेशा ही ताला लगाकर रखना होगा। अभी तो मैं किचन ब्लॉक करने के लिए बेबी गेट का इस्तेमाल करती हूं ताकि हार्लो घर का सारा खाना नहीं खाए।''
6 महीने की उम्र में चला था बीमारी का पता
मां विलियम्स कहती हैं, ''6 महीने की उम्र में हमें अपनी बेटी की बीमारी का पता चला था। सिर्फ 6 महीने की उम्र में हार्लो को सिंड्रोम का इलाज किया गया था। इससे पहले हमें इस बीमारी के बारे में पता भी नहीं था। मेयो क्लिनिक के मुताबिक प्रेडर विली सिंड्रोम एक दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी है। और यह उन लोगों में शारीरिक, मानसिक और व्यवहार संबंधी समस्याओं में प्रकट हो सकता है। इस बीमारी की बहुत सारी जटिलताएं मोटापे के कारण होती हैं।
बीमारी की वजह से बच्ची का नहीं हो पाया सही शारीरिक विकास
प्रेडर विली सिंड्रोम की वजह से हार्लो का सही तरह से शारीरिक विकास होने में देरी हुई। वह आठ महीने की उम्र तक अपना सिर नहीं उठा सकती थी और ढाई साल की उम्र तक नहीं चल सकती थी। मां विलियम्स ने कहा, "हम जानते थे कि जब हार्लो का जन्म हुआ था तो कुछ गलत था। वह वास्तव में थोड़ी मोटी थी। उसमें कोई ताकत नहीं थी, वह रोती नहीं थी और बोतल से दूध भी नहीं पी पाती थी।''
हालांकि अब जब विलियम्स को अपनी बेटी की स्थिति के बारे में पता है तो वह यह सुनिश्चित करने के लिए उचित उपाय कर रही है कि वह स्वस्थ रहे। वह कहती है कि उसे 5 साल के बच्चे के साथ सख्त होना होगा कि वह कितना खाती है।
'इस समय हार्लो का वजन बहुत ज्यादा है...'
5 साल की बच्ची स्कूल जाती है और अपनी मां के बेहद करीब है। मां विलियम्स ने कहा, "इस समय हार्लो का वजन बहुत ज्यादा है, इसलिए मुझे उसके साथ सख्ती से पेश आना होगा। उसे बताना होगा कि वह भोजन करने के बाद और नहीं खा सकती है। मैं कोशिश करती हूं कि उसे स्वस्थ और संतुलित आहार दूं। फिलहाल वह बच्ची है, इसलिए उसका सही तरीके से इलाज नहीं हो सकता है।'' विलियम्स ने कहा, "कभी-कभी परिस्थितियों से निपटना मुश्किल हो जाता है लेकिन हार्लो मेरा पहला बच्चा है, इसलिए मैं उसके लिए कुछ भी करूंगी।''
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