यूएई के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद का निधन, लंबी बीमारी के बाद ली अंतिम सांस
आबूधाबी, 13 मईः संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान का शुक्रवार को निधन हो गया। राष्ट्रपति मामलों के मंत्रालय ने यह घोषणा की है। शेख खलीफा के निधन पर यूएई, अरब, इस्लामिक राष्ट्र और दुनिया के लोगों ने संवेदना व्यक्त की है।
शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान पहली बार 3 नवंबर, 2004 को अपने पिता शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहनान की मृत्यु के बाद यूएई के राष्ट्रपति चुने गए थे। वह नवंबर 2019 में चौथी बार यूएई के राष्ट्रपति बने थे। उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक के रूप में लगभग 18 वर्षों तक कार्य किया। शेख जायद बिन सुल्तान ने 1971 में संघ के बाद से 2 नवंबर, 2004 तक यूएई के पहले राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। 2 नवंबर 2004 को उनका निधन हो गया था।
पीएम मोदी ने जाहिर किया दुख
यूएई के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जाहिर किया है। अपने ट्विटर एकाउंट पर उन्होंने लिखा, 'शेख खलीफा के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। वह एक महान राजनेता और दूरदर्शी नेता थे जिनके तहत भारत-यूएई संबंध समृद्ध हुए। भारत के लोगों की हार्दिक संवेदना यूएई के लोगों के साथ है। उनकी आत्मा को शांति मिले।'
कौन
थे
शेख
खलीफा
बिन
जायद
अल
नाहयान?
शेख
खलीफा
बिन
जायद
अल
नाहयान,
संयुक्त
अमीरात
के
पहले
राष्ट्रपति
शेख
जायद
बिन
सुल्तान
अल
नाहयान
के
बेटे
थे
और
साल
2004
में
उन्होंने
संयुक्त
अरब
अमीरात
के
अध्यक्ष
के
तौर
पर
गद्दी
संभाली
थी।
1948
में
जन्मे
शेख
खलीफा
यूएई
के
दूसरे
राष्ट्रपति
और
अबू
धाबी
अमीरात
के
16वें
शासक
थे।
वह
शेख
जायद
के
सबसे
बड़े
बेटे
थे।
संयुक्त
अरब
अमीरात
के
राष्ट्रपति
बनने
के
बाद
से,
शेख
खलीफा
ने
संघीय
सरकार
और
अबू
धाबी
की
सरकार
दोनों
के
एक
बड़े
पुनर्गठन
की
अध्यक्षता
की
है।
उनके
शासनकाल
में,
संयुक्त
अरब
अमीरात
ने
एक
त्वरित
विकास
देखा
है
जिसने
देश
को
घर
बुलाने
वाले
लोगों
के
लिए
सभ्य
जीवन
सुनिश्चित
किया
है।