ईरान के सर्वोच्च नेता खामनेई बोले- मिसाइल हमला 'अमेरिका के मुंह पर तमाचा'
तेहरान। अमेरिका के साथ तनाव के बीच अब ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई का भी बयान आ गया है। उन्होंने अमेरिकी सेना के ठिकानों पर हुए ईरान के मिसाइल हमले को अमेरिका के मुंह पर तमाचा बताया है। ये बात एएफपी समाचार एजेंसी ने कही है। बता दें ईरान ने इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दर्जनों मिसाइल दागी हैं। जिसमें ईरान की मीडिया ने 20 अमेरिकी सैनिकों सहित 80 लोगों की मौत का दावा किया है।
ईरानी राजदूत ने क्या कहा?
इससे पहले भारत में ईरानी राजदूत अली चेगेनी ने कहा था कि ईरान अमेरिका के साथ तनाव को कम करने के लिए भारत की किसी भी शांति पहल का स्वागत करेगा। उन्होंने कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते, बल्कि हम इस क्षेत्र में हर किसी के लिए शांति और समृद्धि की तलाश कर रहे हैं।
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'शहीद सुलेमानी' ऑपरेशन
रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के रिवॉल्युशनरी गार्ड्स ने अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले को 'शहीद सुलेमानी' ऑपरेशन का नाम दिया और ताबड़तोड़ कई मिसाइलें दागीं। इस घटना के बाद ईरान के परमाणु संयंत्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है क्योंकि उस पर अमेरिकी हमले की आशंका है।
पेंटागन ने क्या कहा?
पेंटागन ने हमलों की जानकारी देते हुए बताया कि इराक के इरबिल और अल-असद शहर में दो ठिकानों पर हमले हुए हैं जहां उनके सैनिक रह रहे थे। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता स्टेफनी ग्रिशम ने बयान में कहा कि उन्हें इराक में अमेरिकी सेना के ठिकानों पर हमले के बारे में पता चला है, इस बारे में राष्ट्रपति को जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि वह स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से बातचीत की जा रही है।
ट्रंप क्या बोले?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान आ गया है। उनका कहना है कि सब ठीक है। ईरान ने इराक में दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागी हैं। होने वाले नुकसान का आकलन किया जा रहा है। लेकिन अब तक सब ठीक है। ट्रंप ने कहा कि हमारे पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना है।
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