अब कचरे के पहाड़ से मिलेगी मुक्ति, वैज्ञानिकों ने खोजा अनोखा एंजाइम, 16 घंटे में प्लास्टिक को खाकर पचा जाएगा
बर्लिन, 21 मईः आमतौर पर प्लास्टिक को प्राकृतिक रूप से नष्ट होने में सैकड़ों साल लगते हैं, लेकिन जर्मनी के वैज्ञानिकों ने अब एक ऐसा एंजाइम ढूंढ़ लिया है जो रिकॉर्ड समय में प्लास्टिक को गला देगा। लंबे समय से वैज्ञानिक प्लास्टिक निपटारे का निदान ढूंढ रहे थे जिससे प्लास्टिक जल्दी खत्म किया जा सके। दुनिया भर में प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए इस खोज को गेमचेंजर के रूप में देखा जा रहा है।
रिकॉर्ड समय में कचरे को करेगा नष्ट
इस
एंजाइम
का
नाम
पॉलिएस्टर
हाइड्रोलेस
(PHL7)
है।
इसे
हाल
में
ही
एक
जर्मन
कब्रिस्तान
में
खाद
को
नष्ट
करते
हुए
पाया
गया
था।
इसके
बाद
लीपजिग
विश्वविद्यालय
के
वैज्ञानिक
इस
एंजाइम
को
अपनी
प्रयोगशाला
में
ले
गए।
इस
दौरान
वैज्ञानिकों
ने
पाया
कि
एंजाइम
16
घंटे
से
भी
पॉलीइथाइलीन
टेरेफ्थेलेट
को
90
फीसदी
तक
विघटित
करने
में
सक्षम
है।
इससे पहले भी मिला था ऐसा एंजाइम
बतादें कि यह पहला प्लास्टिक खाने वाला एंजाइम नहीं है। 2016 में जापान के एक रिसाइक्लिंग प्लांट में एलएलसी नामक एक एंजाइम मिला था। लेकिन यह नया PHL-7, जापान में मिले LLC एंजाइम की तुलना में कम से कम 2 गुणा तेज है। वैज्ञानिक पत्रिका केमसुसकेम ने इसका निष्कर्ष प्रकाशित किया है।
पर्यावरण के अनुकूल है एंजाइम
साइंसलर्ट के मुताबिक जर्मनी में लीपजिग विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजिस्ट वोल्फगैंग जिमरमैन ने कहा कि यह नया एंजाइम बैकल्पिक ऊर्जा बचत प्लास्टिक रीसाइक्लिंग प्रक्रियाओं को स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। रीसाइक्लिंग प्रक्रिया में उपयुक्त होने के कारण यह पर्यावरण के अनुकूल है। इसके द्वारा अपघटन के पश्चात उत्पादों से नए प्लास्टिक का उत्पादन किया जा सकता है।
जल्द दूर होगा प्लास्टिक संकट
इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने पाया कि PHL-7 एंजाइम को प्लास्टिक को विघटित करने के लिए किसी विशेष ट्रीटमेंट की जरूरत भी नहीं पड़ती। यह प्लास्टिक को बिना पीसे, बिना पिघलाए खा जाता है। PHL-7 जैसे शक्तिशाली एंजाइम की मदद से वैज्ञानिक उम्मीद कर रहे हैं कि प्लास्टिक संकट को जल्द ही दूर किया जा सकेगा। अब तक प्लास्टिक को समाप्त करने के लिए रिसाइकिलिंग ही एक तरीका हुआ करता था लेकिन यह महज प्लास्टिक कूड़े के ढेर का दस फीसदी हिस्सा ही रिसाइकिल कर पाता था।