ऋषि सुनक के पीएम बनने से FTA पर बनेगी बात! जयशंकर की UK के विदेश मंत्री से हुई बातचीत
एस जयशंकर और जेम्स क्लेवरली के साथ हुई वार्ता में भारत-यूके के बीच संबंधों पर चर्चा की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने ब्रिटिश समकक्ष जेम्स क्लेवरली ( James Cleverly) से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर वार्ता की। दोनों के बीच यह बातचीत ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के दिन हुई। बता दें कि दोनों देशों के नेताओं के बीच ऐसे समय पर वार्ता हुई जब ऋषि सुनक (Rishi Sunak) मंगलवार को प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया है। पीएम सुनक ने अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है लेकिन उन्होंने क्लेवरली को विदेश मंत्री के पद पर बरकरार रखा है। वहीं, ऋषि के आने से , भारत-यूके मुक्त व्यापार सौदे की उम्मीद कई गुना बढ़ गई है।
क्या एफटीए पर बनेगी बात?
एस जयशंकर और जेम्स क्लेवरली के साथ हुई वार्ता में भारत-यूके के बीच संबंधों पर चर्चा की। बता दें कि, नवनियुक्त ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा जेम्स क्लेवरली को विदेश सचिव के पद पर बने रहने की पुष्टि किए जाने से ठीक पहले यह फोन कॉल हुई।
यूक्रेन संघर्ष पर वार्ता
जयशंकर ने अपने ट्वीट में कहा कि उन्होंने अपने ब्रिटिश समकक्ष के साथ चर्चा के दौरान आतंकवाद से मुकाबला, द्विपक्षीय संबंध और यूक्रेन संघर्ष के बारे में चर्चा की। वहीं, क्लेवरली ने कहा कि आज भारत के विदेश मंत्री जयशंकर से बात करना काफी अच्छा रहा। हमने रूस-यूक्रेन संकट के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा, हमने रूस-यूक्रेन संकट के बारे में चर्चा की। क्लेवरली ने कहा ब्रिटेन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आज रूस के आरोपों एवं आक्रामक बातों को चुनौती देगा।
पीएम ऋषि से भारत को उम्मीद
बता दें कि, ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं । ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर के अपने संबोधन में सुनक ने कहा कि उन्होंने ऐसे समय में कमान संभाली है जब ब्रिटेन गहरे आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, साथ ही वह कोविड के बाद की स्थिति और रूस-यूक्रेन संकट से भी निपट रहा है।
क्या भारत-यूके मुक्त व्यापार पर कोई बात होगी?
वहीं, भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पर कोई बातचीत नहीं हो पाई। सुनक हाल ही में भारत और ब्रिटेन के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते मतलब फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के समर्थक रहे हैं। लिज ट्रस के कार्यकाल के दौरान अधर में लटके भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय व्यापार सौदे की उम्मीद काफी बढ़ गई है। बता दें कि, तत्कालीन ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन और पीएम मोदी ने अप्रैल में मुलाकात की थी, जहां उन्होंने 24 अक्टूबर को दिवाली तक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया था।
एफटीए समझौते से होगा फायदा
एफटीए समझौते के तहत, दो देश निवेश और सेवाओं के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए मानदंडों को आसान बनाने के साथ-साथ, उनके बीच व्यापार से संबंधित सीमा शुल्क को समाप्त या फिर काफी कम कर देते हैं। अब देखना है कि पीएम ऋषि सुनक के आने से भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता पर आगे कोई रास्ता निकलता है या नहीं।
पीएम मोदी ने ऋषि को बधाई दी
बता दें कि पीएम मोदी ने ऋषि सुनक को ब्रिटेन के पीएम बनने के लिए बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया, 'हार्दिक बधाई @RishiSunak! आप यूके के नए पीएम हैं, ऐसे में मैं वैश्विक मुद्दों पर आपके साथ मिलकर काम करने और रोडमैप 2030 को लागू करने के लिए तत्पर हूं। यूके के भारतीयों की नई पहचान के रूप में आपको दिवाली की विशेष शुभकामनाएं, हम अपनी आधुनिक साझेदारी के नए अध्याय लिखने जा रहे हैं।'