यूक्रेन में मारे गये 160 रूसी जनरल और कर्नल, एक लाख से ज्यादा सैनिक भी मरे, फिर भी लड़ते रहेंगे पुतिन?
रूस की तरफ से सैनिकों की मौत को लेकर आखिरी आंकड़ा सितंबर में रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु की तरफ से दिया गया था। वहीं, अमेरिकी आंकड़ा और रूसी आंकड़ों के बीच आकाश पाताल का अंतर है।
Russia-Ukraine War: यूक्रेन को महज एक हफ्ते में जीतने का दावा करने वाली रूस की सेना को युद्ध के मैदान में भयानक नुकसान उठाना पड़ा है और दावा किया गया है, कि 24 फरवरी 2022 को शुरू हुए यूक्रेन युद्ध में अभी तक व्लादिमीर पुतिन की सेना के 1500 से ज्यादा सैन्य अफसर मारे जा चुके हैं, जिनमें 160 से ज्यादा जनरल और कर्नल रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं। हालांकि, क्रेमलिन ने अभी तक अपनी सेना को हुए नुकसान को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है, लेकिन अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है, कि यूक्रेन युद्ध रूसी सैनिकों के लिए कब्रगाह बन गया है।
एक लाख से ज्यादा सैनिक मरे
रूसी सैनिकों के मारे जाने को लेकर रूस के तरफ से सबसे लेटेस्ट आंकड़ा सितंबर महीने में दी गई थी, जब रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने कहा था, कि युद्ध में अभी तक 5,397 रूसी सैनिक मारे गये हैं। लेकिन, अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों रिपोर्ट में आकाश पाताल का अंतर है। इस महीने की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष सैन्य अधिकारी, जनरल मार्क मिले ने कहा था, कि युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन और रूस, दोनों ही देशों ने एक-एक लाख से ज्यादा सैनिकों को खो दिया है। जनरल मार्क मिले ने कहा था कि, 'सिर्फ रूस के ही एक लाख से ज्यादा सैनिक नहीं मारे गये हैं, बल्कि हमारा अनुमान हैं, कि यूक्रेन के भी एक लाख से ज्यादा सैनिक मारे गये हैं। वहां पर काफी ज्यादा मानवीय पीड़ा है।'
रूस को हुआ भारी नुकसान
अमेरिकी सेना के चीफ मार्क मिले के अनुमान के मुताबिक ही अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के भी अनुमान हैं। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों का दावा है, कि अभी तक यूक्रेन युद्ध में 87 हजार 310 रूसी सैनिक मारे गये हैं। वहीं, यूक्रेनी कर्नल अनातोली 'स्टर्लिट्ज़' स्टीफ़न ने भी रूस को हुए सैन्य नुकसान को लेकर अपना एक अलग दावा किया है। उन्होंने कहा कि, यूक्रेन में आक्रमण के बाद से रूस ने अपने 150 से ज्यादा कर्नल और जनरल को खोया है, वहीं 205 मेयर, 296 कैप्टन और करीब 500 सीनियर लेफ्टिनेंट को खोया है। वहीं, उनका दावा है कि, अगर सीनियर मोस्ट अधिकारियों की बात की जाए, तो यूक्रेन युद्ध में रूस के 8 प्रमुख जनरल, दो लेफ्टिनेंट जनरल भी मारे गये हैं। हालांकि, अभी तक इनमें से सिर्फ 5 अधिकारियों के ही मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि हुई है।
सर्दी में कैसे जिंदा रहेगा यूक्रेन?
वहीं अब यूक्रेन के सामने सर्दी नाम का नया संकट शुरू हो गया है। यूक्रेन की राजधानी कीव सहित पूरे यूक्रेन में खून जमा देने वाली ठंड शुरू हो गई है। रूसी सैनिक वह हर कोशिश कर रहे हैं जिससे यूक्रेन ठंड से बचने के लिए हर आवश्यक चीजों से मरहूम हो जाए। इसके लिए रूसी सैनिक बिजली संयंत्रों पर हमले कर यूक्रेन के आम लोगों को ठंड में ठिठुरने के लिए मजबूर कर रहे हैं। रूसी सेना के हमलों से यूक्रेन में ऊर्जा संयंत्रों को भारी नुकसान हुआ है। देशभर में ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। रूसी हमले में यूक्रेन के ज्यादातर पावर हाउस और बिजली प्लांट तबाह हो गये हैं। ऐसे में इस साल की सर्दी काटना यूक्रेन के लोगों के लिए काफी मुश्किल होने वाला है।
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