ईरान के सुप्रीम लीडर ने कहा- जरुरत पड़ी तो न्यूक्लियर डील से अलग हो जाओ
तेहरान। दुनिया को यह पहली बार सुनने को मिल रहा है, जब ईरान ने 2015 में हुई न्यूक्लियर डील को छोड़ने के बात कही है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनी ने बुधवार को कहा है कि अगर न्यूक्लियर डील देश के हित में नहीं रही, तो इसे छोड़ने पर विचार कर देना चाहिए। ईरान कैबिनेट में खुमैनी ने कहा कि न्यूक्लियर डील कोई उद्देश्य नहीं है, यह केवल एक साधन है। बता दें कि अमेरिका ने मई में ईरान न्यूक्लियर डील से अलग होने का ऐलान करते हुए, कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था।फिलहाल, ईरान तगड़े आर्थिक प्रतिबंधों का सामना कर रहा है, जिसके बाद ईरान ने पहली बार इस डील से अलग होने की इच्छा जताई है।
खामेनी ने कहा, 'अगर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे की यह डील हमारे देश के हित में नहीं है, तो हमें इसे अलग रख देना चाहिए।' हालांकि, खामेनी ने कहा कि हमें यूरोप से बातचीत जारी रखना चाहिए, जो 2015 में हुई डील को बचाने की कोशिश कर रहा है। खामेनी ने आगे कहा कि ईरान सरकार को अपनी इकनॉमी और न्यूक्लियर डील के लिए यूरोपीय देशों पर ही आश नहीं लगानी चाहिए।
हालांकि, खामेनी ने कहा कि न्यूक्लियर डील को लेकर अमेरिका से ईरान कोई समझौता नहीं करेगा, फिर चाहे बातचीत बिना शर्त ही क्यों ना हो। खामेनी ने कहा 'अमेरिकियों को लगता है कि वे समझौते टेबल पर किसी को भी हासिल कर सकते हैं, इस्लामिक रिपब्लिक को भी।' खुमैनी ने स्पष्ट किया कि अमेरिका से ईरान कोई भी समझौता नहीं करेगा।