यात्रा प्रतिबंध लगाने के लिए राजपक्षे बंधुओं, अन्य के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
कोलंबो, 12 जुलाईः देश में जारी संकट के बीच श्रीलंका के सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे, पूर्व मंत्री बासिल राजपक्षे और दो अन्य को देश की शीर्ष अदालत से अनुमति लिए बिना देश छोड़ने पर रोक लगाने का अंतरिम आदेश देने की मांग की गई है। इस बीच, पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे को मंगलवार को कोलंबो हवाई अड्डे से वापस कर दिया गया जो वीआईपी टर्मिनल के माध्यम से देश छोड़ने का प्रयास कर रहे थे।
डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, याचिकाकर्ताओं ने वित्तीय अनियमितताओं और श्रीलंकाई अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिए जाने का भी आग्रह किया। डेली मिरर के मुताबिक महिंदा राजपक्षे के अलावा, याचिका में बासिल राजपक्षे, सेंट्रल बैंक के पूर्व गवर्नर अजीत निवार्ड काबराल और डब्ल्यू डी लक्ष्मण तथा पूर्व वित्त सचिव एस आर अत्यगले पर यात्रा प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया गया है।
जल्द सुनवाई का किया आग्रह
याचिकाकर्ताओं ने शीर्ष अदालत से 14 जुलाई को सुनवाई करने का अनुरोध किया और कहा कि यह एक गंभीर मामला है जिस पर तत्काल सुनवाई की आवश्यकता है। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि उन्हें विश्वसनीय सूचना मिली है कि याचिका में नामित कुछ व्यक्ति देश छोड़ सकते हैं। डेली मिरर अखबार ने बताया कि इस बीच, श्रीलंकन एअरलाइंस के कर्मचारी देश के वर्तमान संकट के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को श्रीलंका से बाहर जाने देने से रोकने के लिए दोपहर से अपनी ड्यूटी से हट गए।
80,000
यूनिट
एलपीजी
का
वितरण
कोलंबो
पेज
के
मुताबिक
श्रीलंकाई
राज्य
गैस,
लिट्रो
गैस
आज
कोलंबो
में
80,000
घरेलू
गैस
सिलेंडर
वितरित
कर
सकता
है।
यह
कदम
तब
उठाया
जा
रहा
है
जब
देश
अभी
भी
कई
तरह
के
संकटों
से
जूझ
रहा
है।
इससे
पहले
सोमवार
को
35,000
यूनिट
पहले
ही
डिलीवर
हो
चुकी
थीं।
श्रीलंका की अर्थव्यवस्था कैसे चरमरा गई, अब आगे की राह क्या हो सकती है?