बहादुर अभिनंदन को मिला वीर चक्र तो जले-भुने पाकिस्तानी, जानिए कैसी-कैसी अनर्गल बातें कर रहे हैं...
अभिनंदन ने मिग-21 से पाकिस्तानी एफ-21 को मार गिराया था, लेकिन पाकिस्तानी वायुसेना का मिसाइल उनके विमान में भी लगा था, जिसके बाद वो पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में उतर गये थे, जहां से उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
नई दिल्ली, नवंबर 23: भारत के महावीर अभिनंदन से पाकिस्तानियों का जलना और कुढ़ना समझ में आता है। क्योंकि, हमारे जिस जवान ने अकेले पाकिस्तानियों के दांत खट्टे कर दिए, उनके एफ-16 विमान को मार गिराया और तूफान मचाने के बाद भी हमारे जिस वीर योद्धा को पाकिस्तानियों को छोड़ना पड़ा, भला उसके लिए पाकिस्तानी भड़ास क्यों नहीं निकालेंगे। कल भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अभिनंदन को भारत का तीसरा सबसे बड़ा बहादुरी का अवार्ड दिया, जिसके बाद पाकिस्तानियों के चाय में 'उबाल' आ गई है।
अभिनंदन को वीर चक्र
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के हीरो विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को 'वीर चक्र' से सम्मानित किया है। मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह ना करने वाले अभिनंदन का पूरा देश अभिनंदन कर रहा है। आपको बता दें कि अभिनंदन ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद जांबाजी दिखाते हुए पाकिस्तानी एफ-16 फाइटर जेट को अपने मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान से मार गिराया था। हालांकि पाकिस्तान को करारा जवाब देते-देते उनका विमान पाकिस्तानी मिसाइल लगने के चलते क्रैश हो गया था, और उन्हें पाकिस्तानी जमीन पर उतरना पड़ा था, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लिया था और अब जब भारत के महामहीने ने अभिनंदन को वीर चक्र से सम्मानित किया है, तो पाकिस्तानियों के छाती में दर्द हो रहा है।
अभिनंदन की वीरता से जले पाकिस्तान
पाकिस्तानी मीडिया 'जीयो टीवी' ने अपने हेडलाइंस में अभि 'नन-डन' लिखा है और उनकी वीरता पर सवाल उठाने की कोशिश की है। दिलचस्प ये है, कि भारतीय सैनिकों की वीरता पर वो पाकिस्तान सवाल उठा रहा है, जिसका खुद का सरेंडर करने का इतिहास रहा हो। 1971 में इसी पाकिस्तान के 80 हजार से ज्यादा सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने सरेंडर किया था, वो अब पाकिस्तानी भूल चुके हैं। जीयो टीवी ने लिखा है कि, ''अभिनंदन के एयरक्राफ्ट को पाकिस्तानी एयरफोर्स ने मार गिराया था और 'शांति' के लिए पाकिस्तान ने दो दिनों में ही अभिनंदन को भारत के हवाले कर दिया था''।
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पाकिस्तानी नेताओं के पेट में दर्द
पाकिस्तान के एक सीनेटर शेरी रहमान ने अभिनंदन को वीर चक्र मिलने के बाद ट्वीटर पर लिखा है,''क्या यह सच है? पाकिस्तान के कस्टडी में चाय पीने के लिए अवार्ड?'' वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के डिजिटल मीडिया विभाग को संभालने वाले डॉ अरसलान खालिद ने लिखा है कि, "मैं अभिनंदन के लिए बुरा महसूस करता हूं। सिर्फ @narendramodi और भारतीय मीडिया की हार और शर्मिंदगी से इनकार करने के कारण अभिनंदन को हर दूसरे महीने ''उस एपिसोड'' की याद दिलाई जाती है।"
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पाकिस्तानी मीडिया में छाए अभिनंदन
पाकिस्तान के हर मीडिया ऑउटलेट्स ने अभिनंदन को वीर चक्र मिलने की खबर प्रमुखता से छापी है और भारतीय जवान के शौर्य पर सवाल उठाने की कोशिश की है। हालांकि, कायर पाकिस्तानियों को भारतीय ट्वीटर यूजर्स भी अहसास दिला रहे हैं कि, उनकी पिटाई एक अकेले अभिनंदन ने कैसे की थी और बता रहे हैं कि, अमेरिकी एयरक्राफ्ट एफ-16 होने के बाद भी पाकिस्तान की वायुसेना ने भारतीय जवान के हाथों कैसे पिटाई खाई थी। इसके साथ साथ भारतीय ट्वीटर यूजर्स भी पाकिस्तान के ट्वीटर यूजर्स को याद दिला रहे हैं कि, कैसे पाकिस्तान भारत से चार-चार लड़ाईयों में हारा है।
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60 घंटे पाकिस्तान में थे अभिनंदन
आपको बता दें कि, अभिनंदन के एयरक्राफ्ट में मिसाइल लगने के बाद उन्हें पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में उतरना पड़ा और फिर भारत के डर से पाकिस्तान उनका बाल भी बांका नहीं कर पाई थी और 60 घंटे बाद उन्हें रिहा कर दिया था। कहा जाता है जिस वक्त अभिनंदन को लगा कि वो दुश्मनों के इलाके में पहुंच गए हैं तो उन्होंने सबसे पहले अपने सभी जरूरी दस्तावेजों को नष्ट किया था क्योंकि उन्हें पता था कि अगर कोई भी कागज किसी भी गलत हाथ में आ जाएगा तो दिक्कत हो जाएगी। उन्होंने कुछ कागज को खा लिया था तो कुछ कागजों को उन्होंने उस तालाब के पानी में बहा दिया था, जहां उनका विमान क्रैश हुआ था।
दुश्मन के देश में भी खून में उबाल
गिरफ्तार होने के बाद भी अभिनंदन डटे हुए थे और चेहरा खून से लथपथ होने के बाद भी उनका जोश एक पल के भी कम नहीं हुआ था। पाकिस्तान की सेना लगातार उनसे पूछताछ कर रही थी, लेकिन अभिनंदन ने उन्हें कुछ नहीं बताया। अभिनंदन के गिरफतार होने के कुछ वीडियो भी पाकिस्तान की ओर से वायरल किए गए थे, जिसमें कुछ में उनके माथे पर चोट लगी थी, लेकिन वो मुस्कुरा रहे थे। आपको बता दें देश के लिए जान की बाजी लगाने वीर अभिनंदन वर्धमान के खून में देशभक्ति है। 21 जून, 1983 को जन्मे अभिनंदन के पिता सिंहकुट्टी वर्धमान भी पायलट रहे हैं और उनके दादाजी भारतीय वायु सेना में रह चुके हैं।
बिना डरे पत्नी से की थी बात
आपको बता दें कि, अभिनंदन की पत्नी का नाम तन्वी है और पाकिस्तान में गिरफ्तार होने के बाद जब पाकिस्तान की कैद में अभिनंदन के लिए पूरा देश दुआएं मांग रहा था उस वक्त अरब से एक कॉल तन्वी के पास आई थी और उन्होंने कहा कि वो अभिनंदन से आपकी बात कराना चाहते हैं। ये सुनने के बाद भी तन्वी ना तो व्याकुल हुईं और ना ही रोईं, बल्कि उन्होंने निडरता के साथ फोन पर बात की और फोन को रिकार्ड भी कर लिया। जब फोन के दूसरी तरफ से उन्होंने अभिनंदन की आवाज सुनी तब भी वो सहज बनी रहीं और पहला सवाल पूछा कि वो कैसे हैं?इस पर जब अभिनंदन ने कहा कि 'हां मैं ठीक हूं।'
पत्नी ने पूछा चाय पर सवाल
इसके बाद तन्वी ने पूछा कि चाय कैसी लगी? क्या वो मेरी चाय से बेहतर थी? इस पर अभिनंदन ने कहा था 'हां'। इस पर तन्वी ने कहा कि 'जब आना तो रेसिपी लेते आना।' और इसके बाद फोन कट गया। मालूम हो कि अभिनंदन जब पाकिस्तान की कैद में थे, उस वक्त एक वीडियो पाकिस्तान की ओर से रिलीज किया गया था, जिसमें वो चाय पीते हुए नजर आ रहे थे, पाकिस्तान की ओर से ये दिखाने की कोशिश की जा रही थी पाकिस्तान में अभिनंदन को सुरक्षित रखा गया है।
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