चीनी ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं पाकिस्तान में पल रहे आतंकी, पंजाब और जम्मू-कश्मीर है निशाने पर
नई दिल्ली। भारत के खिलाफ रची जा रही आतंकी साजिशों के नाकाम होने से पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों के हौंसले पस्त है। पिछले कई दिनों में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों ने भारत के पंजाब और जम्मू-कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए जो भी कदम उठाए हैं, उसमें उन्हें मुंह की खानी पड़ी है, लेकिन इन सबके बावजूद भी इन आतंकी संगठनों ने भारत के खिलाफ एक नया प्लान तैयार किया है। जानकारी के मुताबिक,पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन और इसके इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब के रास्ते भारत में दहशत का सामान भेजने के लिए बड़े ड्रोन्स का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। हैरानी वाली बात ये है कि ये बड़े ड्रोन्स चीन द्वारा निर्मित हैं।
कश्मीर और पंजाब में दहशत फैलाने के लिए हो रहा है चीनी ड्रोन का इस्तेमाल
अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने ड्रोन की उन्नत संस्करण की खरीद की थी। इन ड्रोन्स के जरिए भारी मात्रा में हथियारों की आवाजाही एक स्थान से दूसरे स्थान पर की जा सकती है। माना जा रहा है कि आतंकी बड़े ड्रोन का इस्तेमाल पंजाब और जम्मू-कश्मीर में दहशत फैलाने की मंशा से कर सकते हैं, क्योंकी इन बड़े ड्रोन के जरिए अधिक हथियारों की तस्करी की जा सकती है। खुफिया जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ की सभी कोशिशें नाकाम हो रही हैं, इसलिए आतंकियों ने ड्रोन के जरिए पंजाब और जम्मू-कश्मीर में हथियारों की तस्करी करने की सोची है। पाकिस्तान में बैठे आतंकी जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के लिए बड़े ड्रोन के जरिए ही हथियार मुहैया करा रहे हैं।
किसान आंदोलन पर भी है पाकिस्तान की नजर
भारत की खुफिया एजेंसियों को ये भी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान की कोशिश है कि भारत में चल रहे किसान आंदोलन का वो फायदा उठा सके। पाकिस्तान की कोशिश है कि खालिस्तानी संगठनों को सीमावर्ती राज्यों में आतंकवाद फैलाने के लिए मजबूर किया जाए। पंजाब और कश्मीर की पुलिस ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को इस बारे में सूचना मुहैया करा दी है। अकेले पंजाब में पुलिस ने 12 अगस्त 2019 के बाद से हथियारों के साथ 4 चीनी ड्रोन को बरामद किया है।
बॉर्डर वालेे इलाकों में अगले 2 महीने रहेंगे मुश्किलों से भरे
इस खुफिया जानकारी के बाद भारत ने भी ड्रोन विरोधी क्षमताओं का निर्माण करने के लिए कड़े प्रयास शुरू कर दिए हैं। आपको बता दें कि पंजाब और जम्मू-कश्मीर के बॉर्डर वाले इलाकों में सर्दियों के अगले 2 महीने बहुत ही मुश्किल भरे होने वाले हैं, क्योंकि इन 2 महीनों में कोहरे की वजह से बॉर्डर के इलाकों में ड्रोन की गतिविधी होने की आशंका ज्यादा रहती है।