'भारत ने हमारे साथ ही आजादी पाई', इमरान खान का फिर छलका भारत प्रेम, जयशंकर का गुणगान
इमरान खान ने कहा कि, भारत सरकार ने पश्चिमी देशों का मुंह बंद कर दिया है, लेकिन शहबाज शरीफ में अमेरिका को 'ना' कहने की हिम्मत नहीं है।
इस्लामाबाद, अगस्त 14: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत की प्रशंसा करते हुए एक बार फिर शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ अपनी निराशा और गुस्से का इजहार किया है। क्रिकेटर से नेता और फिर पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने वाले इमरान खान ने कहा कि, "अगर भारत, जिसने हमारे साथ ही आजादी हासिल की थी, वो अपने लोगों की जरूरतों के अनुरूप अपनी विदेश नीति बना सकता है, और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित कर सकता है, तो ये लोग कौन हैं ...'। लाहौर में एक मेगा इवेंट के वीडियो में इमरान खान को यह कहते सुना जा सकता है।
इमरान के मुंह पर हिंदोस्तान-हिंदोस्तान
शनिवार को लाहौर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इमरान खान, यूक्रेन युद्ध के बीच पश्चिम के दबाव के बावजूद रूस से तेल की खरीद पर भारत के रुख का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने कहा कि, "अमेरिका ने भारत से रूस से तेल नहीं खरीदने के लिए कहा। भारत अमेरिका का रणनीतिक सहयोगी है। हमारा (पाकिस्तान) अमेरिका के साथ कोई गठबंधन नहीं है।" इमरान खान कुछ महीने पहले रूस की ऊर्जा पर यूरोप की निर्भरता के बारे में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे, जब उनसे एक विदेशी यात्रा के दौरान पूछा गया था, कि यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद तेल खरीदना जारी रखने के भारत के फैसले के बारे में आप क्या कहेंगे? जिसपर भारतीय विदेश मंत्री ने पश्चिमी देशों के पत्रकार को काफी सटीक जवाब दिया था और कहा था, कि "वे (पश्चिम) हर दूसरे स्रोत को निचोड़ते हैं और फिर हमें रूस पर निर्भर नहीं रहने के लिए कहते हैं।" भारत के विदेश मंत्री ने उस समय की टिप्पणी के लिए काफी तारीफें बटोरीं थी।
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इमरान ने शहबाज सरकार को घेरा
वहीं, इमरान खान ने कहा कि, भारत सरकार ने पश्चिमी देशों का मुंह बंद कर दिया है। राजनीतिक विवाद के बीच लाहौर में इमरान खान ने ये टिप्पणी की है। इमरान खान ने अपने देश की सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि, "हमने सस्ता तेल खरीदने के बारे में रूस से बात की थी, लेकिन इस सरकार में अमेरिकी दबाव को ना कहने का साहस नहीं है। ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं, लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। मैं इस गुलामी के खिलाफ हूं।" यह पहली बार नहीं है जब इमरान खान सरकार के अविश्वास प्रस्ताव के बाद सरकार बनाने वाले शहबाज शरीफ पर हमलों के बीच खान ने भारत की सराहना की है, बल्कि इससे पहले भी इमरान खान कई बार भारत की तारीफ कर चुके हैं।
'भारत आजाद मुल्क, पाकिस्तान गुलाम'
इससे पहले मई महीने में भी पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शहबाज सरकार की आलोचना करते हुए भारत का गुणगान किया था। उस वक्त भी इमरान खान ने भारत को आजाद देश बताते हुए पाकिस्तान को गुलाम मुल्क बताया था। इसके अलावा उन्होंने युवाओं को एक बार फिर से सरकार के खिलाफ एकजुट होने को कहा था। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने मई महीने में चारसद्दा के शेखाबाद में एक कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था किस, अमेरिकी गुलामों ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि की, जबकि भारत ने रूस से सस्ता तेल खरीदा और कीमतें कम की। इससे पता चलता है कि भारत आजाद देश है लेकिन हम (पाकिस्तानी) अभी भी गुलाम हैं। उन्होंने स्वतंत्र विदेश नीति का पालन करने के लिए भारत की सराहना करते हुए कहा कि भारत ने अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद रूस से कच्चे तेल का आयात किया।
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