फ्रांस, स्विटजरलैंड और चीन के बाद अब ब्रिटेन बुर्के पर सख्त
लंदन। हाल ही में स्विटजरलैंड ने अपने देश में बुर्के या हिजाब को बैन कर दिया है। फ्रांस पहले ही बुर्के को बैन कर चुका है और अब ब्रिटेन और स्विजटरलैंड की लीग में ब्रिटेन भी शामिल हो रहा है।
ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरुन ने कहा है कि वह ब्रिटेन में बुर्का या फिर चेहरा ढंकने वाले आउटफिट पर लगने वाले बैन का समर्थन करते हैं। हालांकि फ्रांस और स्विजटजरलैंड की तरह ब्रिटेन पूरी तरह से बैन करने के पक्ष में नहीं है।
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अधिकारियों के पक्ष में कैमरुन
पीएम कैमरुन ने बुर्के पर बैन का समर्थन करते हुए कहा है कि वह पूरी तरह से इसे बैन करने के पक्ष में नहीं हैं। कैमरुन के मुताबिक जब आप किसी ऑर्गनाइजेशन से जुड़े हैं, कोर्ट या सीमा जैसी किसी जगह पर हैं जहां चेहरा देखने की
जरूरत हो, ऐसी स्थिति में वह हमेशा सही और तार्किक नियमों के पक्ष मे रहेंगे। कैमरुन ने उन अधिकारियों का भी समर्थन किया है जिन्होंने बुर्के पर बैन के लिए नियम बनाए हैं।
फ्रांस ने वर्ष 2010 में लगाया बैन
कैमरुन ने बुर्का और सिर पर पहने जाने वाली बाकी धार्मिक चीजों पर फ्रांस की तरह पूरी तरह से बैन लगाने से साफ इंकार कर दिया है। फ्रांस ने वर्ष 2010 में बुर्के पर बैन लगाया था और यहां पर माहौल बिगड़ने के लिए लोग इस बैन को ही जिम्मेदार मानते हैं।
वहीं स्विटजरलैंड ने हाल ही में बुर्के पर बैन लगाया है। सार्वजनिक स्थलों पर बुर्का पहनकर नजर आने पर 6,50,000 रुपए का जुर्माना अदा करना होगा। वहीं चीन ने भी थोड़ दिनों पहले बुर्के को आतंकियों का आउटफिट करार दिया है।
अंग्रेजी टेस्ट किया अनिवार्य
इससे पहले कैमरुन ने देश में नई वीजा नीति के बारे में भी ऐलान किया है। इस नई नीति के तहत स्पाउस वीजा पर ब्रिटेन आने वाली मुसलमान महिलाओं के लिए अंग्रेजी बोलना जरूरी होगा।
कैमरुन ने कहा है कि पांच वर्ष के स्पेशल सेटलमेंट प्रोग्राम के दौरान जो लोग वीजा की अवधि बढ़ाना चाहेंगे उन्हें ढाई साल बाद अंग्रेजी भाषा का टेस्ट देना होगा। टेस्ट में फेल होने पर उनसे ब्रिटेन में रहने का अधिकार छीना जा सकता है।