उत्तर कोरिया की नई 'मॉन्स्टर मिसाइल' USA को कर देगी तबाह! जानें इसकी ताकत, 'टेंशन' में जापान और दक्षिण कोरिया
ये मिसाइल 200 किमी दूर होक्काइडो के उत्तरी प्रशांत में ओशिमा-ओशिमा द्वीप के पश्चिम में गिरा। मिसाइल उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के करीब से फायर किया गया।
उत्तर कोरिया (North Korea) अब सीधे अमेरिका (USA) को चेतावनी दे रहा है। वह इसलिए क्योंकि उसने जिस परमाणु से लैस विशाल नई ह्वासोंग-17 (new Hwasong-17)अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ICBM (intercontinental ballistic missile-ICBM) को लॉन्च किया था वह बेहद ही खतरनाक बताया जा रहा है। इसके आकार को देखकर दुनिया इसे 'मॉन्स्टर मिसाइल' कह रही है। बता दें कि, उत्तर कोरिया ने पिछले दो महीने में लगभग 50 से ज्यादा मिसाइल दागे हैं। इनमें से ज्यादातर कम दूरी के हैं। अब उसने जो हरकत की है, वह सीधे-सीधे ताकतवर देश अमेरिका को चुनौती देने के लिए काफी है, क्योंकि ये मिसाइल परमाणु हथियार के साथ अमेरिका तक पहुंच सकता है। तो चलिए आज उत्तर कोरिया की नई 'मॉन्स्टर मिसाइल' ह्वासोंग-17 की विशेषताएं और क्षमताओं के बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
उत्तर कोरिया के निशाने पर अमेरिका
उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को खतरनाक मिसाइल ICBM लॉन्च किया था। अमेरिका ने इस मिसाइल लॉन्च की घोर निंदा की है। वहीं दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के खिलाफ मजबूत और कठोर उपाय अपनाने के आदेश दिए हैं। उत्तर कोरिया की विदेश मंत्री चो सोन ह्यू ने चेतावनी देते हुए कहा था कि किसी भी अमेरिकी सैन्य वृद्धि के कठोर परिणाम होंगे। बता दें उत्तर कोरिया ने पिछले दो महीने में लगभग 50 से ज्यादा मिसाइल दागे हैं। हालांकि, ICBM के लॉन्च से अमेरिका और साउथ कोरिया में खलबली मची हुई है।
उत्तर कोरिया की ह्वासोंग-17 'मॉन्स्टर मिसाइल' कितनी बड़ी है?
अमेरिका के 38 नॉर्थ, जो उत्तर कोरिया की निगरानी करता है के अनुसार, Hwasong-17 ( ह्वासोंग-17) परमाणु-सशस्त्र उत्तर कोरिया की अभी तक की सबसे बड़ी मिसाइल है, और दुनिया में सबसे बड़ी रोड-मोबाइल, तरल-ईंधन वाली खतरनाक ICBM है। इसका व्यास 2.4 और 2.5 मीटर के बीच होने का अनुमान है। वहीं इसका कुल द्रव्यमान, जब पूरी तरह से ईंधन भर जाता है, 80,000 और 110,000 किलोग्राम के बीच होने की संभावना जताई जा रही है। उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया की मानें तो देश के पहले के ICBM के विपरीत, Hwasong-17 को 11 एक्सल वाले एक ट्रांसपोर्टर, इरेक्टर, लॉन्चर (TEL) वाहन से सीधे लॉन्च किया जा सकता है।
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ICBM की स्पीड
उत्तर कोरिया की स्थानीय मीडिया के अनुसार, किम ने Hwasong-17 मिसाइल के लान्च का निरीक्षण किया। एक दिन पहले ही इसके पड़ोसी देशों ने बताया था कि उन्हें ICBM के लॉन्च के बारे में जानकारी मिली है जिसके पास अमेरिका में कहीं भी पहुंचने की क्षमता है। इस मिसाइल की स्पीड आवाज की रफ्तार से 22 गुना ज्यादा थी। खबरों की मुताबिक, ये मिसाइल 69 मिनट में 1000 किमी (621 मील) की दूरी तय की। ये लॉफ्टेड ट्रेजेक्टरी से होते 6,041 किमी की ऊंचाई तक गई। लॉफ्टेड ट्रेजेक्टरी में मिसाइल अंतरिक्ष में काफी ऊपर तक जाती है। कोरियायी प्रायद्वीप में बढ़ते अमेरिकी सेना के कारण उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल परीक्षण कर रहा है।
जापान चिंतित
जापान के रक्षा मंत्री यासुकाज़ु हमादा ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने जिस मिसाइल को दागा है वह एक अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) है। इस मिसाइल की रेंज 15,000 किमी है जो अमेरिका तक पहुंच सकती है। ये मिसाइल 200 किमी दूर होक्काइडो के उत्तरी प्रशांत में ओशिमा-ओशिमा द्वीप के पश्चिम में गिरा। मिसाइल उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के करीब से फायर किया गया।
उत्तर कोरिया अपनी ताकत बढ़ा रहा है
उत्तर कोरिया ने पहले दावा किया था कि उसने 24 मार्च को पहली बार ह्वासोंग-17 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने कहा था कि ह्वासोंग-17 ने 67.5 मिनट में 1,090 किमी (681 मील) की सीमा और 6,248.5 किमी (3,905 मील) की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ान भरी थी। उस प्रक्षेपण के बाद, हालांकि, दक्षिण कोरियाई और संयुक्त राज्य अमेरिका में विश्लेषकों और खुफिया अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला था कि उत्तर ने वास्तव में ह्वासोंग-15 लॉन्च किया था, जिसका पहली बार 2017 में परीक्षण किया गया था। उत्तर कोरिया ने पहली बार अक्टूबर 2020 में एक सैन्य परेड में पहली बार ICBM का दर्शन दुनिया को कराया था।विश्लेषकों ने बताया कि यह ह्वासोंग -15 की तुलना में काफी बड़ा था।
(Photo Credit: Twitter)
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