Melania Trump: फेयरवेल स्पीच में बोलीं मेलानिया ट्रंप, हिंसा को कभी उचित नहीं ठहराया जा सकता
Melania Trump: फेयरवेल स्पीच में बोलीं मेलानिया ट्रंप, हिंसा को कभी उचित नहीं ठहराया जा सकता
Melania Trump Farewell speech: मेलानिया ट्रंप ने अपने विदाई भाषण (फेयरवेल स्पीच) में अमेरिकी संसद भवन परिसर में हुई हिंसा की निंदा की है। अमेरिका की फर्स्ट लेडी के रूप में आखिरी बार बोलते हुए मेलानिया ट्रंप ने कहा, हिंसा को कभी उचित नहीं ठहराया जा सकता। हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हिंसा को चुनावों में हुई कथित धांधली के खिलाफ बताया था। वहीं मेलानिया ने फेयरवेल स्पीच वाले एक वीडियो संदेश में कहा, ''अपनी हर चीज के लिए पैशनेट होइए लेकिन इस बात को हमेशा याद रखिए कि हिंसा किसी चीज का जवाब नहीं है और इसे कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है।''
Recommended Video
हालांकि मेलानिया ट्रंप ने संसद भवन में हुई हिंसा के एक हफ्ते के भीतर भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। मेलानिया ने कहा था कि वह अपने पति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा की गई जानलेवा हिंसा से निराश और आहत हैं। लेकिन उस दौरान भी मेलानिया ने डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों को संसद परिसर में जाने के लिए उकसाने में उनकी भूमिका को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
COVID-19 महामारी के बीच अमेरिका में लाखों लोगों की मौत पर चिंता जताते हुए मेलानिया ट्रंप ने लोगों से अपील की है कि वो सुरक्षित रहे और सावधानी बरतें। उन्होंने ये भी कहा कि अब ज्यादा परेशानी की बात नहीं है क्योंकि कोरोना का टीका लगाया जा रहा है।
A Farewell Message from First Lady Melania Trump pic.twitter.com/WfG1zg2mt4
— Melania Trump (@FLOTUS) January 18, 2021
मेलानिया ट्रंप ने COVID-19 पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और "नर्सों, डॉक्टरों, स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों, विनिर्माण श्रमिकों, ट्रक ड्राइवरों, और कई अन्य लोगों को धन्यवाद दिया जो महामारी के वक्त जीवन बचाने के लिए काम कर रहे हैं।
मेलानिया ने अपने अभियान ''BE BEST'' के बारे में कहा कि यह एक मंच के रूप में विकसित हुआ है जो वैश्विक नेताओं को बच्चों के जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर चर्चा करने और समाधान साझा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
अपने फेयरवेल स्पीच को खत्म करते हुए मेलानिया ट्रंप ने कहा, ''मैं अपने फेयरवेल में फर्स्ट लेडी के रूप में मेरी भूमिका के बारे में बस यही कहना चाहती हूं कि मेरी सच्ची उम्मीद है कि हर अमेरिकी अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए अपनी तरफ से हर कोशिश करेगा। बेस्ट बनने की कोशिश करेगा। मैं बच्चों के माता-पिता को उनको शिक्षित बनाने के लिए कहना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि बच्चों के माता-पिता अपने बच्चों को इस देश के निस्वार्थ नायकों के बारे में बताएं, जिन्होंने इस देश को आजाद बनाने के लिए काम किया और बलिदान किया।''
बता दें कि 6 जनवरी को ट्रंप समर्थकों ने अमेरिकी संसद पर हमला किया था। अमेरिकी संसद भवन में हमले से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हजारों समर्थकों के बीच भाषण देकर बड़े पैमाने पर वोटर फ्रॉड के अपने दावे को फिर से दोहराया था। इस हिंसा में एक महिला सहित 5 लोगों की मौत हो गई थी।