क्विक अलर्ट के लिए
अभी सब्सक्राइव करें  
क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

पृथ्वी पर Megatsunami, डायनासोर का Asteroid से अंत, कैसे आई सब कुछ बदल देने वाली आपदा?

धरती पर आज से करीब 6 करोड़ 50 लाख वर्ष पहले आई एक ऐसी मेगासुनामी का पता चला है, जो किसी भी सुनामी की तुलना में 30 हजार गुना अधिक तबाही मचाने वाली थी।

Google Oneindia News

Megatsunami

Megatsunami: ब्रह्मांड में मौजूद हर एक घटना का प्रभाव दूसरे किसी ग्रह या उपग्रह पर पड़े ये जरूरी नहीं। लेकिन अतीत में हुई कुछ ऐसी भी घटनाओं के संकेत मिले हैं, जो किसी ग्रह के लिए त्रासती बनकर आईं। हालांकि इस त्रासदी को झेलने वाले ग्रह की चाल या फिर किसी अन्य प्राकृतिक कारणों से उसे उसकी चाल प्रभावित होने से नहीं हुआ। इसका कारण थे उल्कापिंड (Asteroid)। जो आज से करीब 65 मिलियन वर्ष यानी करीब 6 करोड़ 50 लाख वर्ष धरती पर गिरा थी। ये वो घटना थी, जिसने धरती पर एक बड़ी आपदा को जन्म दिया।

एस्टेरॉयड धरती के दुश्मन

एस्टेरॉयड धरती के दुश्मन

हमारे ग्रह के लिए हजारों लाखों से वर्षों से एस्टेरॉयड दुश्मन बने हुए हैं, ये बात यूं ही नहीं कही जाती। धरती पर आई आपदाएं इस बात को साबित करती हैं। ऐसे में स्पेस साइंटिस्ट्स लगातार अब ऐस्टेरॉयड्स की गति पर नजर बनाए हुए हैं। पृथ्वी के नजदीक से गुजरने वाले हर एस्टेरॉयड की पूरी निगरानी की जाती है, जिससे की आने वाली किसी बड़ी आपदा का पहले ही पता लगाया जा सके।

आई थी मेगासुनामी

आई थी मेगासुनामी

यूएस स्थित नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के शोधकर्ताओं ने पाया कि धरती से एस्टेरॉयट की टक्कर के बाद एक मेगा सुनामी आई थी। जिसका कारण भी एस्टेरॉयड की टक्कर ही थी। ये मेगा सुनामी अब तक ज्ञात सुनामी की तुलना में काफी तीव्र थी, जिसकी वजह से धरती पर भीषण तबाही मची। NOAA के साइंटिस्ट्स के शोध को लेकर एक रिपोर्ट के मुताबिक भूवैज्ञानिक रिकॉर्ड के विश्लेषण में ये संकेत मिले हैं। एस्टेरॉयड जब पृथ्वी से टकराया तो एक विशाल क्रेटर बन गया।

धरती पर मौजूद 75% जीव हुए खत्म

धरती पर मौजूद 75% जीव हुए खत्म

नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के साइंटिस्ट्स के शोध से जुड़ी रिपोर्ट में रिसर्च को लेकर कई दावे किए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पृथ्वी से एस्टेरॉयड की टक्कर के बाद जो मेगासुनामी आई उसकी तीव्रता का अंदाजा लगाना भी मुश्किल था। हालांकि अनुमान के मुताबिक कहा गया कि ये सुनामी के इतिहास में दर्ज घटनाओं में से अब तक सबसे बड़ी थी। पिछली ज्ञात सुनामी की तुलना में इसे 30 हजार गुना तबाही हुई। इसमें धरती पर मौजूद छोटे बड़े करीब तीन चौथाई जीव खत्म हो गए थे।

धरती पर कैसे आई ये तबाही?

धरती पर कैसे आई ये तबाही?

65 मिलियन वर्ष पहले एक खगोलीय घटना से धरती पर सबकुछ बदल दिया था। साइंटिस्ट्स का कहना है कि इसकी मूल वजह धरती से एक एस्टेरॉयड का टकराना था। जिससे धरती पर भूकंप के तीव्र छटके आए। जिसके कारण मेगा सुनामी की भी आपदा आई। इस टक्कर में डायनासोर जैसे विशालकाय जीवों को पृथ्वी से सफाया हो गया। इसके अलावा धरती पर मौजूद कई जीव इस घटना कारण विलुप्त हो गए।

नासा का DART मिशन

नासा का DART मिशन

पिछले साल नासा ने अपने महत्वाकांक्षी DART मिशन को पूरा किया था। जिसके तहत धरती की ओर एक मेट्रोलाइट को तोड़ा गया था। इसे SpaceX रॉकेट ने 2021 में लॉन्च किया था। ये धरती एस्टेरॉयड्स के करते से बचाने लिए एक बड़ा प्रयोग था, सफल हुआ। नासा का कहा है कि अब अगले कम से कम 100 सालों तक एस्टेरॉइडस से पृथ्वी को कोई वास्तविक खतरा नहीं है।

Recommended Video

Green Comet| 50 हज़ार साल बाद Earth के सबसे करीब होगा हरा धूमकेतु | वनइंडिया हिंदी

Green Comet: पाषण युग वाली घटना का कैसे होगा दीदार? जानिए कहां है 50,000 साल बाद आने वाला धूमकेतु?Green Comet: पाषण युग वाली घटना का कैसे होगा दीदार? जानिए कहां है 50,000 साल बाद आने वाला धूमकेतु?

Comments
English summary
Mega-tsunami on Earth end of Dinosaurs by Asteroid about big Tragedy on Earth
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X