कोरोना के इलाज में रेमडेसिवीर का रिजल्ट पॉजिटिव, भारतीय मूल की डॉ अरुणा कर रही हैं ट्रायल को लीड
कोरोना के इलाज में रेमडेसिवीर का रिजल्ट पॉजिटिव, भारतीय मूल की डॉ अरुणा कर रही हैं ट्रायल को लीड
नई दिल्ली। कोरोना के इलाज में अहम दवा मानी जा रही रेमडेसिवीर का तीसरे फेज का क्लीनिकल ट्रायल सफल रहा है। इसके रिजल्ट पॉजिटिव रहे हैं। अमेरिकन फार्मास्युटिकल कंपनी गिलेड साइंसीज इसका ट्रायल कर रहा है। खास बात ये है कि इस ट्रायल को रिसर्चर की जो टीम कर रही है, उसे भारतीय मूल की अमेरिकी डॉ. अरुणा सुब्रमण्यम लीड कर रही हैं। वो इस समय दिन रात इस दवा पर ट्रायल में लगी हुई हैं।
गिलेड साइंसीज के विशेषज्ञों का कहना है कि तीसरे चरण में इससे पॉजिटिव रिजल्ट मिले हैं। दवा के क्लिनिकल ट्रायल में ये बात सामने आई है कि दवा के प्रयोग से मरीजों में लक्षण 15 दिन की जगह 11 दिन के अंदर दिखने लग जाते हैं। दुनियाभर के 75 अस्पतालों में 1000 से ज्यादा गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के ऊपर किए गए दवा के ट्रायल के डेटा के आधार पर कहा गया है कि इससे प्लेसेबो दवा के मुकाबले 31 फीसदी ज्यादा तेजी से सुधार हुआ है. इसके अलावा रेमडेसिवीर दवा की रिकवरी टाइम 15 दिनों के बदले 11 दिन है।
यह दवा लिक्विड के रूप में आती है, जिसे नसों के जरिए मरीज के शरीर में पहुंचाया जाता है. ऐसे में इससे इलाज के लिए मरीज को लगातार कई दिन (विशेषज्ञों के मुताबिक10 दिन तक) हॉस्पिटल या क्लिनिक जाना पड़ सकता है/वहां रहना पड़ सकता है।
आईसीएमआर ने इस परर कहा है कि वह कोविड-19 के मरीजों के इलाज में रेमडेसिवीर दवा के उपयोग करने पर विचार करेगी। ICMR के प्रमुख वैज्ञानिक रमन गंगाखेडकर ने कहा था, 'एक स्टडी के मुताबिक, यह दवा प्रभावी है. हम WHO के ट्रायल नतीजों का इंतजार करेंगे और यह भी देखना है कि क्या कुछ और कंपनी भी इस पर आगे काम कर सकती हैं।
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