अमेरिका ने कहा अफगानिस्तान का सच्चा और भरोसेमंद दोस्त सिर्फ भारत
वॉशिंगटन। अमेरिका ने कहा है कि भारत, अफगानिस्तान का सबसे भरोसेमंद साथी है। अमेरिका की ओर से यह बयान उस समय आया है जब एक ही दिन पहले अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से एयर कार्गो के जरिए 60 टन सामान भारत पहुंचा है।
अफगान सैनिकों को भारत दे रहा ट्रेनिंग
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की ओर से नई अफगान रिपोर्ट में यह बात कही गई है। यह रिपोर्ट ट्रंप प्रशासन की अफगानिस्तान पर पेश की गई पहली रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट में कहा गया है, 'भारत, अफगान ऑफिसर्स और जवानों को ट्रेनिंग के कई अहम मौके दे रहा है। करीब 130 अफगानी हर वर्ष विभिन्न मिलिट्री एकेडमी और कमीशनिंग प्रोग्राम का हिस्सा बनने के लिए भारत आते हैं।' अमेरिकी कांग्रेस में छह माह के अंदर पेश हुई इस रिपोर्ट में इस बयान के जरिए भारत और अफगानिस्तान के बीच संबंधों को बयां करने की कोशिश की गई है। पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में आगे कह है कि भारत, अफगानिस्तान का सबसे भरोसेमंद क्षेत्रीय साथी है और यहां के विकास कार्यों के लिए मदद करने वाला सबसे बड़ा देश है। भारत की ओर से अफगानिस्तान में जो सिविल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स चलाए जा रहे हैं उनमें अफगानिस्तान-भारत मित्रता बांध और अफगान संसद की इमारत का जिक्र खासतौर पर किया गया है।
भारत की मदद का जिक्र
इस रिपोर्ट में भारत की ओर से अफगानिस्तान को एक सीमा के अंदर मुहैया कराई गई सुरक्षा मदद का भी जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में दिसंबर 2016 से मई 2017 तक के समय का जिक्र किया गया है। भारत की ओर से अफगानिस्तानको चार एमआई-35 एयरक्राफ्ट दिए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि मई 2016 में भारत, ईरान और अफगानिस्तान ने चाबहार बंदरगाह की एक डील साइन की थी। पेंटागन ने कहा है कि इस डील के जरिए सेंट्रल एशिया और यूरोप के बीच रास्ता खुलेगा। भारत हमेशा से ही अफगानिस्तान के साथ करीबी रिश्ते रखता है और दोनों ही देश पाकिस्तान पर आरोप लगाते हैं कि उसकी सरजमीं से आतंकवाद संचालित हो रहा है। एक अप्रैल 2016 से 27 मार्च 2017 के बीच भारत ने अफगानिस्तान को 221 करोड़ रुपयों की मदद की है।