भारत ने अफगानिस्तान में पहुंचाई मानवीय सहायता की दूसरी खेप, तालिबानी अधिकारियों ने की रिसीव
काबुल, जून 25। अफगानिस्तान में दो दिन पहले आए 6.1 की तीव्रता वाले भूकंप ने वहां जबरदस्त तबाही मचाई है। इस भीषण त्रासदी में 1000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। राहत-बचाव का काम लगातार जारी है। इन मुश्किल हालात के बीच भारत ने अफगानिस्तान की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है, जिसे तालिबानी शासन ने स्वीकार भी कर लिया है। दरअसल, शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पीएआई) जेपी सिंह मानवीय सहायता की दूसरी खेप लेकर काबुल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दूसरी खेप को तालिबानी अधिकारियों को सौंपा।
भारत ने भेजी हैं यह वस्तुएं
आपको बता दें कि इससे पहले गुरुवार को मानवीय सहायता की पहली खेप काबुल पहुंची थी। शुक्रवार सुबह दूसरी खेप काबुल पहुंची। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार ने अफगानिस्तान में भूकंप की मार झेल रहे लोगों के लिए रिज टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, स्लीपिंग मैट आदि सहित आवश्यक वस्तुएं भेजी हैं। यह सामान उन जरूरी लोगों तक पहुंचाया जाएगा, जो भूकंपग्रस्त इलाकों में फंसे हुए हैं और उन तक कोई सुविधा नहीं पहुंच पा रही है।
आपको बता दें कि तालिबान ने अफगानिस्तान में मानवीय सहायता जारी रखने के लिए अपनी तकनीकी टीम को वापस भेजने के भारत के फैसले का स्वागत किया है। गुरुवार को ही भारत ने अपनी तकनीकी टीम को काबुल में भेजा था ताकि भारत और अफगानिस्तान के बीच राजनयिक संबंधों को फिर से शुरू किया जा सके। तालिबान के प्रवक्ता अब्दुल कहार बल्खी ने एक बयान जारी कर कहा है, "अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात (एलईए) ने अफगान लोगों के साथ अपने संबंधों और उनकी मानवीय सहायता को जारी रखने के लिए काबुल में राजनयिकों और तकनीकी टीम को उनके दूतावास में वापस करने के भारत के फैसले का स्वागत किया है।"
उन्होंने बताया कि बुधवार को आए भूकंप के बाद से राहत-बचाव के प्रयास जारी है। अब तक, पक्तिका प्रांत के बरमल और गियान जिलों में और खोस्त प्रांत के स्पेरा जिले में लगभग 1000 लोगों के मारे जाने का अनुमान है। इसके अलावा, सबसे अधिक प्रभावित छह जिलों बरमल, ग्यान और स्पेरा में से तीन में कम से कम 1,455 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई गंभीर रूप से प्रभावित हैं। इसके अलावा, पक्तिका प्रांत के गियान जिले में अब लगभग 1,500 घरों को नष्ट और क्षतिग्रस्त के रूप में वेरिफाइ किया गया है।
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