India-China border Issue: अमेरिका ने कहा-भारत-चीन सीमा विवाद पर हमारी नजर, शांति से हल हो मसला
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा विवाद( Indo-China Border Issue) पर एक बार फिर से अमेरिका ने भारत का साथ दिया है। लद्दाख के गलवान में 15 जून को हुई हिंसक झड़प पर अमेरिका ने फिर से भारत का समर्थन किया है। चीनी सैनिकों की भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिशों को भारतीय सेना ने विफल कर लिया, लेकिन दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बढ़ती जा रही है। अमेरिका ने भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर कहा कि हम स्थिति को करीब से देख रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि विवाद को शांति से सुलझाया जाए।

यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने भारत और चीन के बीच जारी तनाव को लेकर कहा कि चीन हमेशा से अपने पड़ोसी देशों पर धौंस जताने की कोशिश करता रहा है। चीन की आक्रामकता को लेकर यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि ताइवान स्ट्रेट से लेकर शिनजियांग, साउथ चाइना सी से लेकर हिमालय, साइबर स्पेस से इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन तक हम चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ काम कर रहे हैं, जो अपने ही लोगों को दबाना चाहती है और अपने पड़ोसियों पर धौंस दिखाने की कोशिश कर रही है। अमेरिका ने कहा कि इससे निपटने का केवल एक ही तरीका है, बीजिंग के खिलाफ खड़ा होना।
अमेरिका ने कहा कि हम भारत और चीन के बीच विवाद को नजदीक से देख रहे हैं और चाहते हैं कि इस विवाद का हल शांतिपूर्ण तरीके से हो। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम भारत-चीन के बीच जारी तनाव की की गहन निगरानी कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि इस समस्या का हल शांतिपूर्ण तरीके से हो। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि जैसा कि कई अवसरों पर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा था कि बीजिंग अपने पड़ोसियों और बाकी देशों से लगातार बहुत ही आक्रामक तरीके से उलझने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका ने भारत का साथ देते हुए चीन को चेतावनी दी। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीनी सैनिक लगातार भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं।
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