'पुतिन के लिए मरने की जरूरत नहीं', रूस में प्रदर्शन कर रहे 100 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए
प्रदर्शनकारियों ने "NO To War और “Life to our children! 'कोई लामबंदी नहीं' के नारे लगाए। इस दौरान कई रूसी नागरिकों के देश छोड़कर जाने की खबरें मिल रही हैं।
मास्को, 22 सितंबर : रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने टीवी पर राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान घोषणा की कि तीन लाख रिजर्व सैनिकों की आंशिक तैनाती का जल्द मसौदा तैयार किया जाएगा। इसके खिलाफ लोगों ने देश के कई इलाकों में प्रदर्शन किया(protest against President Vladimir Putin's decree)। पुलिस ने इस दौरान 100 अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। वहीं, दूसरी तरफ खबर है कि, पुतिन की इस घोषणा के बाद बड़ी संख्या में रूसी नागरिक देश छोड़कर जा रहे हैं।
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प्रदर्शनकारियों को जंग नहीं जिंदगी चाहिए...
एसोसिएटेड प्रेस समाचार एजेंसी ने बताया मॉस्को में प्रदर्शनकारियों ने "NO To War और "Life to our children! 'कोई लामबंदी नहीं' के नारे लगाए। इस दौरान कई रूसी नागरिकों के देश छोड़कर जाने की खबरें मिल रही हैं। वहीं, कुछ पश्चिमी देशों ने सुझाव दिया है कि, राष्ट्रपति पुतिन की आंशिक लामबंदी की घोषण के बाद रूस से पलायन करने वाले लोगों को उनके देश में शरण नहीं दी जाएगी।
रूस में हर कोई डरा हुआ है
प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी छात्र वासिली फेडोरोव ने कहा, 'यहां हर कोई डरा हुआ है। मैं शांति चाहता हूं मैं बंदूक नहीं चलाना चाहता। अब बाहर आना बहुत खतरनाक है। छात्र ने प्रदर्शन के दौरान अपने सीने पर शांतिवादी प्रतीक पहने हुए था। एक दूसरे छात्र ओक्साना सिदोरेंको ने एएफपी को बताया कि वह युद्ध और लामबंदी के खिलाफ हैं। एक छात्रा ने पुतिन पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'वे लोग मेरे लिए मेरा भविष्य क्यों तय कर रहे हैं? मैं अपने लिए, अपने भाई के लिए डरी हुई हूं।'
पुतिन के कदम के विरोध में प्रदर्शन
सेना और युद्ध की आलोचना के खिलाफ रूस के कठोर कानूनों के बावजूद, पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। स्वतंत्र रूसी मानवाधिकार समूह OVD-Info के अनुसार, 38 शहरों में युद्ध-विरोधी प्रदर्शनों में 1,300 से अधिक रूसियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने गृह मंत्रालय के हवाले से कहा कि उन्होंने "अनधिकृत सभा आयोजित करने" के प्रयासों पर रोक लगा दी है। मंत्रालय के मुताबिक कहा गया है कि देश में हो रहे सभी प्रदर्शनों को रोक दिया गया और इसका"उल्लंघन" करने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
पुतिन के विरोध में देश भर में हो रहे प्रदर्शन
इससे पहले युद्ध विरोधी आंदोलन वेस्ना यूथ डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने प्रदर्शनों का आह्वान किया था। वेस्ना ने रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए अपनी वेबसाइट पर एक अपील में कहा, "हम इकाइयों में और अग्रिम पंक्ति में रूसी सेना से 'विशेष अभियान' में भाग लेने से इनकार करने या जल्द से जल्द आत्मसमर्पण करने का आह्वान करते हैं।" आपको पुतिन के लिए मरने की ज़रूरत नहीं है। रूस में आपकी जरूरत उन लोगों को है जो आपसे प्यार करते हैं। अधिकारियों के लिए आप तोप के चारे की तरह हैं, जहां बिना किसी अर्थ या उद्देश्य के आपको बर्बाद किया जाएगा।
यूक्रेन जंग के बीच पुतिन के फरमान से देश में हलचल तेज
वहीं, वेबसाइट में सेना के भीतर उन सैनिकों के लिए एक हॉटलाइन भी शामिल है जो युद्ध में भाग नहीं लेना चाहते हैं। बता दें कि, यह प्रदर्शन रूस के राष्ट्रपति पुतिन के टीवी पर राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान तीन लाख रिजर्व सैनिकों की आंशिक तैनाती की घोषणा के बाद हो रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच इस साल 24 फरवरी को शुरू हुआ युद्ध थमा नहीं है। वहीं, पुतिन की इस घोषणा के बाद से ही देशभर में पहले से हो रहे प्रदर्शन और तेज हो गए हैं।
(Photo Credit : Twitter)
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