एक्टर्स की कमाई पर सरकार की पैनी नज़र
चीन में अधिकारियों का कहना है कि वे फिल्म और टीवी कार्यक्रमों में काम के बदले अभिनेताओं को दिए जाने वाले मेहनताने की सीमा तय कर रहे हैं.
अधिकारियों का कहना है कि वे इस कदम के ज़रिए 'टैक्स चोरी' और इंडस्ट्री के भीतर 'पैसे की पूजा' रोकना चाहते हैं.
अब चीन में टीवी कार्यक्रम या फिल्म में काम के बदले किसी अभिनेता को कुल प्रोडक्शन लागत की 40 प्रतिशत से अधिक रकम मेहनताने में नहीं दी जाएगी.
चीन में अधिकारियों का कहना है कि वे फिल्म और टीवी कार्यक्रमों में काम के बदले अभिनेताओं को दिए जाने वाले मेहनताने की सीमा तय कर रहे हैं.
अधिकारियों का कहना है कि वे इस कदम के ज़रिए 'टैक्स चोरी' और इंडस्ट्री के भीतर 'पैसे की पूजा' रोकना चाहते हैं.
अब चीन में टीवी कार्यक्रम या फिल्म में काम के बदले किसी अभिनेता को कुल प्रोडक्शन लागत की 40 प्रतिशत से अधिक रकम मेहनताने में नहीं दी जाएगी.
सरकार का कहना है कि इसी तरह लीड एक्टर्स को कुल लागत के 70 प्रतिशत से अधिक का भुगतान नहीं किया जा सकेगा.
चीन का फिल्म बाज़ार
चीन में फिल्म इंडस्ट्री के भीतर टैक्स की चोरी के आरोपों और अभिनेताओं के मेहनताने पर काफी बहस के बाद ये फ़ैसला किया गया है.
सरकार की तरफ़ से जारी आदेश में इस बारे में ख़ास कुछ नहीं कहा गया है कि ये फ़ैसला क्यों किया गया है.
इतना ज़रूर कहा गया है कि अभिनेताओं की कमाई आसमान छू रही है, टैक्स चोरी और कुछ अन्य मुद्दों पर ध्यान देने की ज़रूरत है.
नोटिस में कहा गया है कि इन समस्याओं की वजह से फिल्म और टीवी इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचा है, लोग पैसे को पूजने लगे हैं और युवा इन अभिनेताओं के पीछे आंख बंद करके भाग रहे हैं.
नोटिस में चिंता जताई गई है कि इन सबकी वजह से सामाजिक मूल्य भी ख़राब हो रहे हैं.
चीन में फिल्म़ें ख़ासी महंगी बनती हैं जिनमें द ग्रेट वॉल फिलहाल अव्वल है जिस पर 15 करोड़ डॉलर ख़र्च किए गए थे. ये अलग बात है कि इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कोई ख़ास कमाल नहीं दिखाया था.
जानकार मानते हैं कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म बाज़ार बनने की राह पर है.