अमेरिका: टायरी निकोल्स की मौत के बाद चर्चा में जॉर्ज फ़्लॉयड, पुलिस सुधार की मांग तेज़
अमेरिका में पुलिस की मारपीट से बीते दिनों टायरी निकोल्स नाम के काले युवक की मौत हो गई. एक बार फिर से देश में पुलिस सुधार की मांग तेज़ हो गई है.
अमेरिका के टेनेसी प्रांत में 29 वर्षीय टायरी निकोल्स की मौत के बाद एक बार फिर जॉर्ज फ़्लॉयड का नाम चर्चा में आ गया है.
टेनेसी प्रांत के मेम्फ़िस शहर की विशेष पुलिस इकाई स्कॉर्पियन से जुड़े पुलिसकर्मियों ने टायरी निकोल्स के साथ मार-पीट की थी जिसमें उनकी मौत हो गयी.
इसके बाद से अमेरिका में एक बार फिर पुलिस सुधारों को लेकर मुहिम शुरू होती दिख रही है.
टायरी निकोल्स के वकील बेन क्रंप ने अमेरिकी संसद से आग्रह किया है कि पुलिस व्यवस्था में सुधारों से जुड़े क़ानून को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए.
जो बाइडन से किया आग्रह
अमेरिकी मीडिया से बात करते हुए उनके परिवार के वकील बेन क्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से आग्रह किया है कि निकोल्स की मौत से 'जॉर्ज फ़्लॉयड जस्टिस इन पुलिसिंग ऐक्ट' के लिए समर्थन जुटाया जाए.
उन्होंने ये भी कहा कि निकोल्स की माँ अपने बेटे के ग़म को इस उम्मीद के साथ जी रही हैं कि शायद उनके बेटे की मौत से कोई बदलाव आ सके.
क्रंप ने कहा, 'वह मानती हैं कि टायरी को यहां एक मक़सद से भेजा गया था और इस त्रासदी से कुछ अच्छा सामने आएगा.'
साल 2020 में अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ़्लॉयड की गर्दन पर कुछ पुलिसकर्मियों के नौ मिनट से ज़्यादा देर तक घुटना रखने से उनकी मौत हो गयी थी.
इसके बाद अमेरिका के कई हिस्सों में पुलिस की बर्बरता के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन देखे गए थे. यही नहीं, अमेरिका में हुए विरोध प्रदर्शन ने दुनिया भर का ध्यान खींचा था.
इसके बाद साल 2021 में जॉर्ज फ़्लॉयड जस्टिस इन पुलिसिंग ऐक्ट को सदन में पेश किया गया.
संघीय प्रतिबंध लगाने का प्रावधान
इस क़ानून में पुलिस द्वारा गर्दन दबाने पर देशभर में प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है ताकि ऐसा करने वाले पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ आसानी से मामले लाए जा सकें.
ये क़ानून साल 2021 में अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा में पेश किया गया था तब वहां डेमोक्रेटिक पार्टी का नियंत्रण था.
लेकिन रिपब्लिकन पार्टी ने इसे सीनेट में रोक दिया.
बेन क्रंप ने अमेरिकी मीडिया समूह सीएनएन से कहा, 'हमें अपने ऊपर शर्म आनी चाहिए, अगर हम उसकी त्रासद मौत के बाद भी 'जॉर्ज फ़्लॉयड जस्टिस इन पुलिसिंग ऐक्ट को पास नहीं करा पाते.'
उन्होंने कहा कि अगर क़ानून नहीं बदला तो पुलिस के हाथों लोगों की मौत होती रहेगी.
सिविल राइट्स समूह एनएएसीपी के अध्यक्ष डेरिक जॉनसन ने भी अमेरिकी सांसदों से इस मामले में क़दम उठाने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा, "क़ानून बनाने में विफल रहकर आप एक और मृत्युलेख लिख रहे हैं."
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि 'हम पुलिस हिंसा का शिकार हुए सभी लोगों का नाम बता सकते हैं, लेकिन इसका हल निकालने वाले एक भी क़ानून का नाम नहीं बता सकते.'
रिपब्लिकन पार्टी ने क्या कहा?
अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा की न्याय समिति के अध्यक्ष और रिपब्लिकन पार्टी के नेता जिम जॉर्डन ने नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा है कि क़ानून पास करने में जल्दबाज़ी नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, "इन पांच लोगों ने जीवन के प्रति ज़रा भी सम्मान नहीं दिखाया है. मुझे नहीं पता कि हमने इस वीडियो में जो शैतानियत देखी है, उसे रोकने के लिए हम कुछ कर सकते हैं या नहीं."
निकोल्स की दोस्त एंजेलीना पैक्सटन ने बताया है कि उनके दोस्त की याद क़ानूनी सुधारों में सुरक्षित रहेगी.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वह ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन को लेकर काफ़ी जुनूनी थे.
भंग की गयी स्कॉर्पियन यूनिट
इस मामले के बाद मेम्फ़िस पुलिस विभाग ने अपनी स्कॉर्पियन यूनिट को भंग कर दिया है. इस विशेष यूनिट से लगभग 50 पुलिसकर्मी जुड़े थे जिनका काम मेम्फ़िस शहर में कार चोरी से लेकर गैंग वॉर से जुड़े अपराधों में कमी लाना था.
इस यूनिट से जुड़े पांचों पुलिसकर्मियों टाडारिस बीअन, देमेत्रिअस हेले, डेसमंद मिल्स जूनियर, इमित मार्टिन थर्ड, और जस्टिन स्मिथ पर निकोल्स की हत्या का मामला दर्ज किया गया है. इन्हें पिछले हफ़्ते ही बर्खास्त किया गया.
इनमें से चार पुलिसकर्मियों को शुक्रवार सुबह ज़मानत मिल गयी. मार्टिन और मिल्स के वकीलों ने कहा है कि उनके मुवक्किल अदालत में ख़ुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश करेंगे.
मेम्फ़िस पुलिस विभाग की प्रमुख सीजे डेविस ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा है कि स्कॉर्पियन यूनिट को शहर में बंदूकों के ज़रिए होने वाली हिंसा के मामलों में कमी लाने के लिए बनाया गया था.
लेकिन उन्होंने ये भी माना कि जिन लोगों ने टायर निकोल्स को बेदर्दी से मारा, उन्होंने सीमाएं तोड़ दीं.
डेविस ने कहा, 'हम सभी यूनिट्स का आकलन कर रहे हैं, ये एक अहम क़दम है. हम अपने समुदाय के प्रति पूरी तरह से ईमानदार रहना चाहते हैं.'
निकोल्स के साथ क्या हुआ था
वीडियो की पहली क्लिप में पुलिसकर्मी निकोल्स को गाड़ी से जबरदस्ती खींच कर बाहर गिराने की कोशिश कर रहे हैं. वीडियो में वो निकोल्स पर बुरी तरह चिल्ला रहे हैं.
वीडियो में निकोल्स ये कहते दिख रहे हैं कि उन्होंने कुछ नहीं किया. लेकिन पुलिसकर्मी उन्हें ज़मीन पर लेटने के लिए कह रहे हैं.
मेम्फ़िस पुलिस ने उस ट्रैफ़िक स्टॉफ़ के चार ग्राफ़िक वीडियो जारी किए हैं. पुलिस का कहना है कि उनके पास एक घंटे की फ़ुटेज है.
https://twitter.com/POTUS/status/1619143234034491397
वीडियो में एक पुलिस अफ़सर उन्हें गाली देते हुए ज़मीन पर लेटने के लिए कह रहे हैं, जबकि एक अन्य अफ़सर ये कहते दिख रहे हैं 'उसे गोली मारो'.
वहीं एक अन्य अफ़सर निकोल्स को अपने हाथ पीठ पीछे ले जाकर बांधने के लिए कह रहे हैं. इसके कुछ ही देर बाद एक अफ़सर निकोल्स पर गोली चला देते हैं, जो किसी तरह उछल कर वहां से भागते दिख रहे हैं.
वहीं पर एक यूटिलिटी पोल पर लगे कैमरे से रिकार्ड हुए एक वीडियो में दिख रहा है कि निकोल्स को आवासीय इलाक़े में कुछ पुलिसकर्मी पीट रहे हैं- दो पुलिसकर्मियों ने निकोल्स को पकड़कर जमीन पर सटा रखा है एक अन्य उन्हें एक डंडे से पीट रहे हैं. उन्हें लात-घूंसों से भी पीटा जा रहा है.
वो उसे खींच कर लाते हैं और कार से सटा कर बिठाने की कोशिश करते हैं.
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