
G20 Summit: जब जेलेंस्की पुतिन के खिलाफ निकाल रहे थे भड़ास, तब रूसी विदेश मंत्री कहां थे?
G20 Summit Russia-Ukraine: इंडोनेशिया के बाली में चल रहे जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान आज यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ आक्रामक बयानबाजी की है। हालांकि, इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नहीं पहुंचे हैं, लेकिन रूस की तरफ से इसमें भाग लेने के लिए विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पहुंचे हैं। वहीं, जब जेलेंस्की का भाषण चल रहा था, उस वक्त कार्यक्रम के दौरान कैमरे के निगाहें रूसी विदेश मंत्री को खोज रही थीं, लेकिन वो कहीं नहीं मिले। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं, कि आखिर वो उस वक्त कहां थे?

कहां थे रूस के विदेश मंत्री?
रिपोर्ट के मुताबिक, जिस वक्त यूक्रेनी राष्ट्रपति जी20 शिखर सम्मेलन को वर्चुअल तरीके से संबोधित कर रहे थे, उस वक्त रूसी विदेश मंत्री अपने कमरे में टहल रहे थे। समाचार एजेंसी रॉयटर ने इसकी खबर दी है। अपने संबोधन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने जी20 शिखर सम्मेलन में कहा कि, यह रूस के "विनाशकारी" युद्ध को समाप्त करने और "हजारों लोगों की जान बचाने" का समय है। वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि, "मुझे विश्वास है कि अब वह समय आ गया है, जब रूसी विनाशकारी युद्ध को निश्चित तौर पर रोका जा सकता है।" रिपोर्ट के मुताबिक, जब जी20 देशों को रूसी विदेश मंत्री संबोधित कर रहे थे, उस वक्त जी-20 के नेता अपनी सीटों पर बैठे हुए उन्हें सुन रहे थे, हालांकि पहले संभावना जताई जा रही थी, कि रूसी विदेश मंत्री के भाषण के शुरू होते ही कुछ नेता कार्यक्रम से बाहर निकल सकते हैं।

जी20 में यूक्रेन युद्ध की निंदा
जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान यूक्रेन युद्ध मुख्य मुद्दा बना हुआ है और जी20 ग्रुप के ज्यादातर सदस्य देशों ने रूस की कड़ी आलोचना की है और युद्ध को मानवीय पीड़ा का विषय बताया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपनी टिप्पणी में पुष्टि की है, कि कीव समर्थक राष्ट्रों के साथ अनाज के नए शिपमेंट को फंड देने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने ये बात उस वक्त कही है, जब यूक्रेन से गेहूं आयात के लिए बंदरगाहों का इस्तेमाल करने को लेकर बातचीत चल रही है। वलोदिमिर जेलेंस्की ने यूक्रेनी में बोलते हुए कहा कि यूक्रेन पर आक्रमण के खिलाफ रूस पर जीत हासिल करने के लिए देश को लड़ना होगा। वलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन भूमि को मुक्त करने के लिए हमें और कुछ वक्त तक लड़ना होगा। जेलेंस्की ने आगे कहा कि खेरसॉन की मुक्ति ने हमें दिखा दिया है कि युद्ध का अंत निकट आ रहा है। जेलेंस्की ने अपने सैनिकों से रूसी सेनाओं को देश से खदेड़ने का भी आह्वान किया। हालांकि जेलेंस्की ने ये स्वीकार किया कि रूसी आक्रमणकारियों को पीछे धकेलने के लिए देश को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है।

रूस को जी20 से निकालने की मांग
इसके साथ ही बैठक में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मांग की है, कि रूस को इस ग्रुप से तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए। वहीं, दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र महासभा में सोमवार को रूस के खिलाफ एक प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है, जिसमें यूक्रेन पर हमला करके अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने के लिए क्षतिपूर्ति का भुगतान करने सहित जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया गया है। इस दौरान कुल 94 देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, वहीं 14 देशों ने इसके खिलाफ अपना मत डाला है। जबकि, 73 सदस्य अनुपस्थित रहे। भारत भी इस मतदान से अनुपस्थित रहा। वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि, "मैंने बार-बार कहा है, कि हमें यूक्रेन में युद्धविराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का रास्ता खोजना होगा। पिछली शताब्दी में द्वितीय विश्व युद्ध ने दुनिया में कहर बरपाया था। उसके बाद, उस समय के नेताओं ने शांति के रास्ते पर चलने के लिए गंभीर कदम उठाए। अब हमारी बारी है। कोविड के बाद के समय के लिए एक नई विश्व व्यवस्था बनाने का दायित्व हमारे कंधों पर है।"
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