CIA का पूर्व एजेंट गिरफ्तार, बर्बाद कर दिया था चीन में यूएस का इंटेलिजेंस नेटवर्क
वॉशिंगटन। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी ही खुफिया एजेंसी सीआईए के पूर्व जासूस को गिरफ्तार किया है। पूर्व CIA अधिकारी पर चीन में अमेरिकी खुफिया नेटवर्क में सेंध लगाने के आरोप है। सीधे शब्दों में कहें तो जैरी चुन शिंग ली नाम का पूर्व सीआईए एजेंट डॉलर तो अमेरिका से ले रहा था, लेकिन काम चीन के लिए कर रहा था। जैरी की वजह से चीन में सीआईए के 10 से 12 मुखबिर या तो मारे गए थे या चीनी सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें पकड़ लिया था। वैसे, अमेरिकी सरकार का अब तक के सबसे बड़े झटकों में से एक माना जा रहा है। अमेरिका की यह विफलता कुछ ऐसी ही है, जैसी उसे अफगानिस्तान में झेलनी पड़ी थी। अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में सीआईए का गुप्त ठिकाना उसी के एजेंट ने ब्लास्ट कर दिया था। वह एजेंट सीआईए के ही पेरोल पर था, लेकिन काम वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए कर रहा था।
कई साल चली जांच के बाद एफबीआई ने की गिरफ्तारी
जैरी चुन शिंग ली नाम के पूर्व सीआईए एजेंट की गिरफ्तारी के लिए अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी यानी एफबीआई को खासे पापड़ बेलने पड़े। जैरी चुन शिंग ली के खिलाफ 2012 में इन्क्वायरी शुरू की गई थी। यह जांच इसलिए शुरू की गई थी, क्योंकि सीआईए का इन्फॉरमर चीन जाने के बाद से गायब था। उसके लापता होने के दो साल सीआईए ने इस मामले में 2012 में जांच शुरू की थी।
कैनडी एयरपोर्ट से पकड़ा गया डबल एजेंट
यूएस जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, 53 वर्षीय जेरी चुन शिंग ली को सोमवार को न्यूयार्क के जॉन एफ कैनेडी एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। वह है तो अमेरिकी नागरिक, लेकिन मौजूदा समय में हांगकांग में रह रहा था। उसने 1994 से 2007 तक सीआईए में काम किया। इससे पहले वह 1982 से 1986 तक अमेरिकी सेना में भी काम किया था।
2012 में खुला था जैरी चुन शिंग ली का राज
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 में ली हांगकांग से यूएस आया था। इस दौरान एफबीआई ने उसके होटल के कमरे की तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान एफबीआई को दो नोटबुक मिली थीं, जिसमें अमेरिकी जासूसों और सीआइई के सीक्रेट एजेंटों के नाम, नंबर और सीआईए के अभियानों से जुड़ी गोपनीय जानकारियां लिखी थीं। न्यूयार्क टाइम्स के मुताबिक, ली ने अमेरिकी जासूसी अभियानों को खत्म करने और मुखबिरों की जानकारी देने में कई बार चीन की मदद की।