Elon Musk ने ट्विटर के एक और बड़े अधिकारी को निकाला, हंटर बाइडेन की खबर दबाने में थी अहम भूमिका
एलन मस्क ने बेकर पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी भूमिका में रहते हुए सूचनाओं को दबाने और गलत ढंग से पेश करने का काम किया था।
Image: ANI
जब से एलन मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण किया है तब से कंपनी में लगातार छंटनी का दौर जारी है। पराग अग्रवाल से यह सिलसिला शुरू हुआ था जो अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार एलन मस्क ने एक और वरिष्ठ अधिकारी को निकाल दिया है। एक ट्वीट में मस्क ने खुद इस बात की जानकारी दी है। इस अधिकारी पर ट्विटर फाइल्स से जुड़ी जानकारियां छुपाने का इल्जाम है।
हंटर बाइडेन केस को दबाने का आरोप
एलन मस्क ने ट्वीट करते हुए कहा है कि उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट के डिप्टी जनरल काउंसिल जेम्स बेकर को नौकरी से निकाल दिया है। मस्क ने बेकर पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी भूमिका में रहते हुए सूचनाओं को दबाने और गलत ढंग से पेश करने का काम किया था। कुछ ही दिन पहले एलन मस्क ने हंटर बाइडन का मामला ट्विटर पर उठाया था। मस्क के ही सहयोग से पत्रकार मैट टैबी ने "ट्विटर फाइल्स" प्रकाशित की थी।
हंटर बाइडेन से जुड़ी रिपोर्ट ट्विटर ने की सेंसर
मैट टैबी ने बताया था कि कैसे न्यूयॉर्क पोस्ट की हंटर बाइडन से जुड़ी रिपोर्ट को ट्विटर पर सेंसर किया गया था। इसमें यह भी दावा किया गया है कि बाइडन की टीम के दबाव में ट्विटर के तत्कालीन प्रबंधन ने अनुचित ढंग से संबंधित सामग्री को सेंसर किया था। टैबी ने दावा किया कि 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बाइडेन की सोशल मीडिया टीम ने हंटर बाइडेन के लैपटॉप से संबंधित कहानियों को दबाने का काम किया।
रूस और ट्रम्प से जुड़ी फर्जी खबरें फैलाने का आरोप
अब इसी मामले में यह खुलासा हुआ है कि हंटर बाइडेन की खबरों के दबाने में जेम्स बेकर भी शामिल थे। ट्विटर के सीईओ एलन मस्क ने कहा कि जेम्स ने सूचना को गलत ढंग से लोगों के सामने रखा और इसमें कई जानकारियों के दबाया भी गया। बेकर ट्विटर से जुड़ने से पहले एफबीआई के जनरल काउंसिल थे। कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेकर ने ट्रम्प और रूस के रिश्तों को लेकर भी फर्जी खबरें फैलाई थीं।
ट्विटर में रूक नहीं रहा छंटनी का सिलसिला
इससे पहले एलन मस्क ने भारतीय मूल के सीईओ पराग अग्रवाल समेत तीन टॉप एग्जीक्यूटिव्स को निकाला गया था। पूरे निदेशक बोर्ड को हटाने के बाद मस्क ने वैश्विक लागत-कटौती के एक हिस्से के रूप में कर्मचारियों को निकालने की घोषणा की थी। इसके तहत कंपनी ने 4 नवंबर को अपने 50% कर्मचारियों यानी करीब लगभग 3700 लोगों को बर्खास्त कर दिया था।