मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर कोर्ट ने 2 जून तक लगाई रोक, 5 दिनों के लिए होटल में किया जाएगा क्वारंटाइन
मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर कोर्ट ने 2 जून तक लगाई रोक, 5 दिनों के लिए होटल में किया जाएगा क्वारंटाइन
नई दिल्ली, 29 मई: पीएनबी घोटाले के आरोपी और भगौड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के मामले में ईस्टर्न कैरेबियन सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। डोमिनिका की अदालत ने फिलहाल मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के पर रोक लगा दी है। इस मामले की अगली सुनवाई 2 जून 2021 को होगी। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि हैबियस कॉर्पस याचिका की सुनवाई होने तक मेहुल चोकसी को कहीं भी नहीं भेजा जाएगा। मामले की अगली सुनवाई तक उसे यहीं रहना होगा। सूत्रों के मुताबिक मेहुल चोकसी को फिलहाल जेल में नहीं रखा जाएगा। मेहुल चोकसी को किसी होटल में 5 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। लेकिन वह कड़े पहरे और कैमरों की निगरानी में रहेगा।
इसके साथ ही कोर्ट ने मेहुल चोकसी को अपने वकीलों से मिलने की अनुमति दी है। इसके अलावा मेडिकल सुविधाएं, कोविड-19 जांच के लिए भी चोकसी को अनुमति दी गई है। अब इन पांच दिनों के बाद ही मेहुल चोकसी को एंटीगुआ और बारबुडा वापस भेजे जाने की उम्मीद है।
सुनवाई में व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हुआ मेहुल चोकसी
डोमिनिकाई कोर्ट ने मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर फिलहाल इस लिए रोक लगा दी है क्योंकि चोकसी के वकीलों ने वहां बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। वकीलों ने कोर्ट में कहा है कि मेहुल चोकसी को कानून अधिकारों से वंचित किया गया है। कोर्ट की सुनवाई में मेहुल चोकसी व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हुआ, उसकी जगह उसके वकील शामिल थे। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान कैमरे की इजाजत नहीं दी है।
अपहरण वाली बात से एंटीगुआ-बारबुडा का इनकार
एंटीगुआ और बारबुडा के पुलिस प्रमुख एटली रॉडने ने शुक्रवार (28 मई) को इस बात से साफ इनकार कर दिया कि मेहुल चोकसी का पुलिस ने अपहरण किया था। उन्होंने कहा कि हमें अब तक इस बात की कोई जानकारी नहीं मिली है कि मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से जबरन हटाया गया था या फिर अपहरण किया गया था। 25 मई 2021 को मेहुल चोकसी कथित तौर पर एंटीगुआ से लापता हो गया था। जिसके बाद वह डोमिनिका में मिला था।