डोनाल्ड ट्रंप पर यौन उत्पीड़न के आरोप: महिला सीनेटरों ने की जांच की मांग, निक्की हेली ने भी दिया बड़ा बयान
वॉशिंगटन। अमेरिका में करीब 60 डेमोक्रेटिक कांग्रेस महिलाओं ने यौन दुर्व्यवहार के आरोपों को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खिलाफ जांच की मांग की है। डेमोक्रेटिक कांग्रेस की 54 महिलाओं ने एक लेटर पर हस्ताक्षर कर हाउस कमेटी ऑन ऑवरसाइट एंड गवर्नमेंट रिफॉर्म्स के अध्यक्ष और रैंकिंग सदस्य को भेज दिया है। हाल ही में दर्जनभर से ज्यादा महिलाओं ने राष्ट्रपति ट्रंप पर यौन दुराचार का आरोप लगाया था। इसमें कई महिलाओं ने हैशटैग MeToo के जरिए भी ट्रंप द्वारा किए दुराचार का खुलासा किया था। इस बीच यूएन में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा कि इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
एक न्यूज कांफ्रेंस में रविवार को तीन महिलाओं ने ट्रंप पर गलत तरीक से छूने का आरोप लगाते हुए, यूएस कांग्रेस से जांच की मांग की है। वहीं, डेमोक्रेट सीनेटर क्रिस्टन गिल्लिब्रांड ने इस आरोप के बाद ट्रंप के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप को इस्तीफा देना चाहिए। लेकिन, हमे पता है कि इन आरोपों की जवाबदेयिता नहीं लेंगे। इसलिए अलग-अलग महिलाओं द्वारा लगाए आरोपों को लेकर उनके खिलाफ कांग्रेस को इस पर जांच करनी चाहिए।'
वहीं, निक्की हेली ने भी ट्रंप पर लगे आरोपों को लेकर कहा कि उन महिलाओं को सुना जाना चाहिए। हेली ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमने उन्हें चुनाव से पहले सुना था। मुझे लगता है कि हर वह महिला, जिसे लगता है कि उसके साथ दुर्व्यवहार हुआ है, उन्हें बोलने का अधिकार है।'
वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, ट्रंप पर आरोप लगाने वाली महिलाओं में से एक महिला समर जेरवोस ने उन पर मानहानि का मुकदमा दायर किया है। जेरवोस ने कहा था कि 2007 में एक होटल के कमरे में ट्रंप ने उन्हें जबरन पकड़ा और चूमा। समर रोजगार के सिलसिले में बातचीत करने ट्रंप के पास गईं थी।