
ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी के नेटवर्क में सेंधमारी, प्रदर्शन के बीच चुराई सीक्रेट जानकारी
ईरान में महसा अमिनी (Iran Mahsa Amini) की मौत के बाद हिजाब के खिलाफ (Anti-Hijab Protest) प्रदर्शन जारी है। इसी बीच ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि एक अज्ञात देश की ओर से काम करने वाले हैकर्स ने उनकी सहायक कंपनी के नेटवर्क को हैक ( hackers hack Iran atomic energy agency) कर लिया है। जानकारी के मुताबिक एक अज्ञात देश की ओर से काम करने वाले हैकर्स ने सहायक कंपनी के नेटवर्क में सेंधमारी करते हुए उसकी ईमेल सिस्टम तक जा पहुंचा।

परमाणु ऊर्जा एजेंसी के नेटवर्क में सेंधमारी
बता दें कि दुनियाभर में साइबर सुरक्षा को लेकर चिंता उत्पन्न हो गई है। आए दिन हैकिंग के मामले बढ़ रहे हैं। हैकर्स दुनिया भर के बडी-बड़ी एजेंसियों को अपना निशाना बना रहे हैं। ईरान की परमाणु ऊर्जा संगठन (एईओआई) ने बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र के ईमेल सर्वर पर साइबर हमले की पुष्टि की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हैकर्स ने हाल ही में देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों में गिरफ्तार राजनीतिक बंदियों की रिहाई की मांग की।

हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन और हैकिंग साथ-साथ
अनादोलु एजेंसी ने बताया कि ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (एईओआई) ने बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र के ईमेल सर्वर पर साइबर हमले की पुष्टि की, जो एक निश्चित विदेशी देश से फारस की खाड़ी के साथ स्थित है। हैकर्स के मुताबिक उसने बुशहर में ईरान के रूस समर्थित परमाणु ऊर्जा संयंत्र से संबंधित 50 गीगाबाइट आंतरिक ई-मेल, अनुबंध और निर्माण योजनाओं को लीक कर दिया। यह स्पष्ट नहीं है कि जिस प्रणाली में सेंध लगी उसमें गोपनीय सामग्री थी या नहीं।

महसा की मौत की आग थमने के बजाय और भड़क उठी है
बता दें कि, 16 सितंबर को 22 साल की कुर्द महिला महसा अमिनी की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद से पूरे ईरान में हिजाब के खिलाफ घोर प्रदर्शन जारी है। बता दें कि, सिस्टम में सेंधमारी ऐसे समय हुई है, जब तेहरान में अशांति का माहौल व्याप्त है। 2011 में रूसी तकनीक से बनी बुशहर ईरान का पहला परमाणु उर्जा संयंत्र है जो फारस की खाड़ी के किनारे स्थित है।

सुप्रीम लीडर को हटाने के लग रहे नारे
अमिनी की मौत से उत्पन्न हिजाब के खिलाफ आग पूरी तरह से भड़क चुकी है। अब तक प्रदर्शन में कई लोग मारे जा चुके हैं। साथ ही साथ देश में साइबर अटैक भी हो रहा है। खबर के मुताबिक इन सबके बीच ईरान के प्रमुख शिक्षक संघ ने बताया कि छात्र प्रदर्शनकारियों पर सरकार की कार्रवाई के विरोध में देशभर के कई स्कूलों में पढ़ाई रोक दी गई है। प्रदर्शनकारी देश के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई को हटाने की बात कर रहे हैं,जो शासक मौलवियों के लिए सबसे गंभीर चुनौती बन गई है।
(Photo Credit : Twitter)