पीएम मोदी को दिखायी चीन ने आंखे
बीजिंग। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां चीन के साथ संबंध को बेहतर करने के लिए चीन के साथ बातचीत को एन नये दौर में पहुंचाने की कोशिश की तो वहीं दूसरी ओर चीन ने भारत की महत्वाकांक्षी योजना को आंखे दिखानी शुरु कर दिया है। भारत-चीनी सीमा पर भारत के 1800 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण योजना पर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
चीन ने तल्ख अंदाज में टिप्पणी करते हुए कहा कि मैकमोहन रेखा और अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर जब तक विवाद सुलक्ष नहीं जाता तब तक भारत कोई ऐसा कदम नहीं उठायेगा जिससे दोनों देशों के बीच कोई मतभेद हो। ऐसे में प्रधानमंत्री के लिए चीन के साथ विवाद को सुलझाना बड़ी समस्या बन सकता है। देखने वाली बात होगी की पीएम मोदी भाषणों से आगे जाकर चीन को इसका माकूल जवाब दे पाते हैं या नहीं
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हॉग ली ने कहा कि भारत-चीन सीमा पर अभी भी कुछ मामले अभी अनसुलझे हैं, और इस मामले को सुलझाने की जरूरत है। आपको बता दें कि भारत ने मैकमोहन रेखा और अरुणाचल प्रदेश से होते हुए 1800 किलोमीटर लंबे सड़क निर्माण की योजना शुरु करने जा रहा है। चीनी विदेश मत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पूर्वी चीन-भारत की सीमा पर कुछ विवाद है और जबतक यह विवाद सुलझ नहीं जाता भारत ऐसा कोई कदम नहीं उठायेगा जो तनाव की स्थिति को पैदा करे। उन्होंने कहा कि सीमा विवाद सुलझने तक हमें साथ मिलकर शांति और अमन को बनाये रखने के लिए माहौल बनाना पड़ेगा।
चीन का कहना है कि अरुणाचल प्रदेश का 2000 किलोमीटर तक का क्षेत्र विवादित है जिसके चलते भारत-चीन के बीच सीमा का विवाद आए दिन सामने आता रहता है। इस विवाद को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच अब तक 17 दौर की वार्ता हो चुकी है बावजूद मामला सुलझ नहीं सका है। यही नहीं यह विवाद चीन के राष्ट्रपति के भारत दौरे के दौरान भी चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई थी। इस मुलाकात में दोनों ही नेताओं ने इस विवाद को जल्द निपटाने पर राजी हुए थे।