LAC पर आठ माह से जमा चीन मौसम को बदलने की कर रहा बड़ी साजिश
बीजिंग। पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर पिछले आठ माह से जमा चीन अब भारत के खिलाफ एक बड़ी साजिश की तैयारी कर चुका है। चीन ने इस हफ्ते अपना वेदर मोडिफिकेशन प्रोग्राम यानी मौसम से जुड़े एक कार्यक्रम को लॉन्च किया है। यह प्रोग्राम अभी प्रयोगात्मक रूप में है। लेकिन इसके तहत चीन की योजना 5.5 मिलियन स्क्वॉयर किलोमीटर के एरिया को कवर करने की है। इतना हिस्सा भारत के कुछ हिस्से 1.5 गुना ज्यादा है। विशेषज्ञों को आशंका है कि चीन इसके जरिए सीमा पार के इलाकों पर भी कब्जा कर सकता है।
Recommended Video
यह भी पढ़ें-चांद की जमीन पर लहराया चीन का राष्ट्रीय झंडा
बिना मौसम बारिश और बर्फबारी
एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन इस बार वेदर मॉडिफिकेशन प्रोग्राम को काफी तेजी से बढ़ाने पर विचार कर रहा है। चीन 55 लाख स्क्वॉयर किमी को इलाके को कवर करने की योजना बना रहा है। स्टेट काउंसिल की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, चीन साल 2025 तक विकसित वेदर मॉडिफिकेशन सिस्टम तैयार कर लेगा। जो बयान सरकारी एजेंसी की तरफ से जारी किया गया है उसके मुताबिक चीन ने आने वाले पांच सालों में आर्टिफिशियल बारिश या बर्फभारी से 55 लाख स्क्वॉयर किमी तक के इलाके को कवर करने की योजना बनाई है। जबकि, 5 लाख 80 हजार किमी दायरा ओलावृष्टि से बचने की तकनीक से कवर होगा।
साल 2008 में बनाए थे बादल
चीन साथ ही साथ कई जरूरी आयोजनों को लिए भी तैयारी कर रहा है। साल 2008 में हुए ओलंपिक्स से पहले चीन ने स्मॉग को कम करने और बारिश से बचने के लिए कृत्रिम बादल तैयार किए थे। चीन पिछले कई दशकों से इस तकनीक को आगे बढ़ा रहा है। कई परेशानियों के बाद भी चीन इसमें बड़ी रकम निवेश कर रहा है। चीनी न्यूज एजेंसी शिनहुआ के मुताबिक, बीते साल वेदर मॉडिफिकेशन प्रोग्राम ने चीन के शिनिजियांग के पश्चिमी इलाके में ओलावृष्टि से होने वाले नुकसान में 70 प्रतिशत की कमी आई है।