चीन ने बनाई 'अंडरग्राउंड स्टील ग्रेट वॉल', परमाणु हथियारों पर परिंदा भी नहीं मार पाएगा पर
बीजिंग। चीन ने दावा किया है कि उन्होंने परमाणु हमले से बचने के लिए 'अंडरग्राउंड स्टील ग्रेट वॉल' कर लिया है। पहाड़ों के नीचे बनाई गई यह वॉल चीन के परमाणु हथियारों की रक्षा करेगी, जो अमेरिका की जेबीयू-57 और ब्रह्मोस मिसाइलों से अटैक से रक्षा करने में सक्षम है। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स से बात करते हुए चीन के उन दो वैज्ञानिकों ने इस वॉल का जिक्र किया है, जिन्हें हाल ही में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से देश का सर्वोच्च वैज्ञानिक अवॉर्ड मिला था।
पहाड़ो के नीचे बनी है अंडरग्राउंड वॉल
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, वैज्ञानिक कियान किहू ने कहा कि यह वॉल देश के स्ट्रेटेजिक हथियारों को सुरक्षित रखने में रक्षा करेगी। यहां तक दुश्मन की हाइपरसोनिक मिसाइले भी इस वॉल पर अटैक कर उनके हथियारों को नुकसान नहीं पहुंचा सकती है। हालांकि, पहाड़ों की चट्टानें दुश्मन के हमलों का विरोध करने के लिए पर्याप्त मोटी है, लेकिन इनके प्रवेश द्वार और निकास अक्सर कमजोर होते हैं और कियान का काम इन हिस्सों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने का काम करता है।
हाइपरसोनिक मिसाइल और बंकर बस्टर्स अटैक से करेगी रक्षा
ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि उनकी न्यूक्लियर स्ट्रेटेजी 'पहले अटैक करना' नहीं है और देश को अपने सामरिक हथियारों के साथ प्रतिक्रिया करने से पहले परमाणु हमले को समझने की क्षमता रखने की आवश्यकता है। कियान ने कहा कि उनकी 'अंडरग्राउंड स्टील ग्रेट वॉल' देश की अंतिम राष्ट्रीय सुरक्षा लाइन होगी। कियान ने कहा कि उनका काम हाइपरसोनिक मिसाइल और बंकर बस्टर्स जैसे अटैक से रक्षा करेगी।
कियान को मिली धनराशि गरीबों के लिए होगी खर्च
कियान ने कहा कि राष्ट्रीय रक्षा चुनौतियां न केवल उन्नत हमले के हथियारों के विकास से उभरती हैं, बल्कि एक अप्रत्याशित अंतर्राष्ट्रीय वातावरण का भी परिणाम हैं। कियान को बेस्ट साइंटिस्ट का अवॉर्ड मिला हैं, जिसके बाद उन्हें चीन की सरकार ने 8 बिलियन यूआन दिये हैं। कियान ने कहा कि वे पूरा पैसा नेशनल डिफेंस एजुकेशन, सामाजिक कार्य और गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए खर्च करेंगे।
समुद्री ताकत बढ़ाने में लगा चीन
बता दें कि हाल ही में चीन ने एक एडवांस कॉम्पैक्ट साइज का समुद्री रडार का निर्माण किया है, जो भारत जितने बड़े क्षेत्र पर निगरानी रख सकता है। चीन ने जिस आधुनिक रडार को अपने घर में बनाकर तैयार किया है, वह अपने मुल्क के अधिकार क्षेत्र में आने वाले पूरे समुद्र पर नजर रखेगा। इसे चीनी नौसेना के साथ जोड़ा जाएगा, जो समुद्र में दुश्मन के जंगी जहाजों, एयरक्राफ्ट और मिसाइल लॉन्च जैसे बाहरी खतरों से तुरंत अपने देश को आगाह करेगा।
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