सिखों का अपमान क्यों? कनाडा के टोरंटो में दाढ़ी पर बवाल, 100 सिखों को नौकरी से निकाला गया
कनाडा के विश्व सिख संगठन ने कहा कि, शहर की नीति के परिणामस्वरूप "सिख सुरक्षा गार्डों का बहिष्कार किया गया है जो अपने विश्वास के सिद्धांत के रूप में बिना कटे बाल रखते हैं।"
टोरंटो, जुलाई 06: भले ही कनाडा की सरकार ने सिख नेताओं की भरमार हो, लेकिन कनाडा में सिखों को लेकर बनाए गये अजीबोगरीब नियम ने किसी सरकारी दफ्तर में सिखों के लिए नौकरी करना काफी मुश्किल बना दिया है। कनाडा के टोरंटो शहर में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करने वाले 100 से अधिक सिख पुरुषों को सिर्फ इसलिए नौकरी से निकाल दिया गया, क्योंकि उन्होंने क्लीन सेव नहीं किया था।
सिखों का बार बार अपमान क्यों
कनाडा के द ग्लोब एंड मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, टोरंटो शहर में हर शख्स के लिए क्लीन सेव में ही दफ्तर जाना अनिवार्य कर दिया गया था और सिख समुदाय के लोगों ने दाढ़ी साफ करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उन्हें नौकरी से बाहर कर दिया। हालांकि, सिख सुरक्षा गार्डों को नौकरी से निकाले जाने के बाद भारी बवाल हो गया है और टोरंटो शहर की तरफ से बाद में स्पष्टीकरण देना पड़ा। टोरंटो शहर की तरफ से बवाल मचने के बाद कहा गया, कि जिन लोगों को इस कारण से हटाया गया था, उन्हें बहाल किया जाए। टोरंटो शहर की तरफ से कहा गया कि, 'क्लीन-शेव पॉलिसी' को इस साल जनवरी में घोषित किया गया था, ताकि शहर में कोविड को कंट्रोल में रखा जा सके, लिहाजा हर कर्मचारी के लिए क्लीन सेव में अपने दफ्तर जाना अनिवार्य कर दिया गया था। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके एन 95 रेस्पिरेटर ठीक से फिट हैं।
सिख संगठनों ने क्या कहा?
कनाडा के विश्व सिख संगठन ने कहा कि, शहर की नीति के परिणामस्वरूप "सिख सुरक्षा गार्डों का बहिष्कार किया गया है जो अपने विश्वास के सिद्धांत के रूप में बिना कटे बाल रखते हैं।" उन्होंने कहा कि, इस नियम की घोषणा 2020-21 में चरम महामारी की अवधि के बाद की गई है और यह ऐसे समय में आया है जब देश के बाकी हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है। संगठन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "शहर के स्थलों पर कर्मचारियों और श्रमिकों के लिए क्लीन-शेव की आवश्यकता को भी लागू नहीं किया जा रहा है।" सिख संगठन ने यह भी कहा कि, जबकि कुछ प्रभावित स्टाफ सदस्यों को उन साइटों पर स्थानांतरित करने का विकल्प दिया गया है जहां ये नियम लागू नहीं होते हैं, वे अक्सर कम वेतन और डिमोशन के साथ आते हैं। संगठन के अनुसार, टोरंटो शहर के सुरक्षा ठेकेदारों गार्डावर्ल्ड, स्टार सुरक्षा और एएसपी सुरक्षा के लिए काम कर रहे 100 से अधिक सिख गार्ड प्रभावित हुए हैं और उन्होंने नगर परिषद के सदस्यों से इस मुद्दे का त्वरित समाधान खोजने को कहा है।
टोरंटो शहर ने क्या कहा?
सिख संगठनों की आपत्ति के जवाब में नगर परिषद ने कहा कि, उसने उन ठेकेदारों को निर्देश जारी किए हैं, जिनकी सेवाएं इन आधारों पर समाप्त की गई थीं। एक बयान में कहा गया है, "सिटी ने इन ठेकेदारों को अपने कर्मचारियों को समायोजित करने और धार्मिक छूट का अनुरोध करने वाले किसी भी कर्मचारी को तुरंत बहाल करने का निर्देश दिया है।" बयान में आगे कहा गया है कि, 'शहर के कई बड़े सुरक्षा गार्ड संगठनों के साथ अनुबंध हैं और उन्हें विश्वास है कि इन कर्मचारियों को अन्य शहर सेटिंग्स में समायोजित किया जा सकता है, जिसमें आश्रय भी शामिल हैं। नगर परिषद सीधे तौर पर सुरक्षा गार्ड कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि कोविड नियमों का पालन करवाने के साथ साथ कर्मचारियों के हितों की भी रक्षा हो।
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