मुस्लिम शख्स ने ही बांग्लादेश में भड़काई थी आग, दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखकर चुरा ली हनुमान जी की गदा
बांग्लादेश में मुस्लिम शख्स इकबाल ने दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान की प्रतिमा रखी थी। सीसीटीवी के आधार पर खुलासा हुआ है।
ढाका, अक्टूबर 21: बांग्लादेश पुलिस ने कहा कि, उन्होंने उस व्यक्ति की पहचान कर ली है जिसने 13 अक्टूबर को कोमिला में दुर्गा पूजा पंडालों में से मुसलमानों की धार्मिक किताब कुरान को रखा था, जिसके बाद बांग्लादेश के कई इलाकों में हिंदुओं के खिलाफ जमकर हिंसा हुई और कई हिंदुओं को मार दिया गया था। बांग्लादेश की पुलिस ने कहा है कि, सीसीटीवी फूटेज के आधार पर एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है, जिसने दुर्गा पूजा पंडाल के अंदर कुरान रखा था।
मुस्लिम शख्स किया गया गिरफ्तार
बांग्लादेश पुलिस ने कहा है कि, सीसीटीवी फूटेज में एक शख्स को दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान ले जाते हुए देखा जा रहा है, जिसका नाम इकबाल हुसैन है और वो 35 साल का है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, कोमिला घटना के बाद 41 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है और उनमें से चार पंडाल में मां दुर्गा की प्रतिमा के पैरों के पास कुरान रखने वाले हुसैन के सहयोगी हैं। दो सहयोगियों की पहचान फैयाज और एकराम हुसैन के रूप में हुई है। ढाका की राजनीति पर नजर रखने वाले विश्लेषकों का कहना है कि, प्रधानमंत्री शेख हसीना की छवि को धूमिल करने के लिए सुनियोजित तरीके से दंगे को भड़काया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश सरकार ने जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन किया हुआ है, जो साजिश का पता लगा रही है।
पंडाल में रखा था कुरान
जांच में पता चला है कि, देश के दक्षिण में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ सांप्रदायिक आग भड़काने की कोशिश की जा रही थी। इस बात की प्रबल संभावना है कि, जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश के कट्टरपंथी इस्लामवादी, जो तालिबान के समर्थक हैं, सांप्रदायिक हिंसा के इस आयोजन के पीछे हो सकता है। इसका उद्देश्य न केवल शेख हसीना सरकार को नीचा दिखाना था, बल्कि इस संगठन का मकसद बांग्लादेश के साथ भारत के संबंधों को खराब करना भी था। बांग्लादेश में मीडिया ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि, गहरे हरे रंग का कुरान, जो कोमिला में पूजा पंडाल में भगवान गणेश के पैरों के नीचे पाया गया था, कुरान की वो प्रति बांग्लादेश में छपी ही नहीं थी, बल्कि कुरान की वो किताब सऊदी अरब से फैयाज नाम के शख्स ने लाया था।
एक साल पहले सऊदी से लौटा था
अधिकारियों ने बताया कि फैयाज एक साल पहले सऊदी अरब से बांग्लादेश लौटा और उसने कोमिला में मोबाइल सर्विस की दुकान खोली। घटना वाले दिन वह इलाके के लोगों को पंडाल ले आया और एकराम ने आपातकालीन सेवा नंबर 999 पर फोन करके पुलिस को सूचना दी कि पूजा क्षेत्र में कुरान मिली है। पुलिस ने कहा कि, कुरान की वो प्रति फैयाज की ही थी और उसी ने इकबाल हुसैन को पंडाल में कुरान को रखवाया था और बाद में पुलिस को फोन किया था और फिर दंगे की शुरूआत की गई थी।
हिरासत में लिया गया आरोपी
पूजा उत्सव समिति के अध्यक्ष सुबोध रॉय ने मीडिया के हवाले से कहा कि, "हमने कुरान नहीं देखा। अचानक, दो युवक उत्तेजित हो गए और चिल्लाने लगे, 'पूजा मंडप में कुरान मिला, पूजा मंडप में कुरान मिला'।" वहीं, बांग्लादेशी पुलिस के मुताबिक, आरोपी फैयाज ने उसके बाद एक फेसबुक लाइव भी किया, जिसमें उसने भड़काऊ बातें कही। बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक, फैयाज और एकराम दोनों फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं।
भगवान हनुमान का चुराया गदा
की पहचान की। उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। फुटेज में हुसैन को एक स्थानीय मस्जिद से कुरान लेते और दुर्गा पूजा स्थल में जाते हुए देखा गया है। इतना ही नहीं, मंदिर में प्रतिमा के पैरों के पास कुरान रखने के बाद आरोपी इकबाल वहां से भगवान हनुमान की गदा की भी चोरी कर ली और उसे सीसीटीवी में गदा चुराकर भागते देखा जा रहा है।
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