कोर्ट और ट्रंप मिलकर बढ़ा रहे हैं हिलेरी क्लिंटन की मुसीबतें
वाशिंगटन।
ऐसा
लगता
है
कि
अमेरिकी
कोर्ट
और
रिपब्लिकन
पार्टी
के
राष्ट्रपति
चुनावों
के
उम्मीदवार
डोनाल्ड
ट्रंप
आने
वाले
दिनों
में
हिलेरी
क्लिंटन
की
मुसीबतें
बढ़ा
सकते
हैं।
ट्रंप
ने
डेमोक्रेट
पार्टी
की
राष्ट्रपति
पद
की
उम्मीदवार
हिलेरी
क्लिंटन
को
पक्षपाती
करार
दिया
है।
ट्रंप
का
यह
बयान
अमेरिकी
कोर्ट
के
उस
आदेश
के
बाद
आया
है
जिसमें
कोर्ट
ने
एफबीआई
को
हिलेरी
के
15,000
ई-मेल्स
को
रिलीज
करने
को
कहा
था।
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अब क्या कहा डोनाल्ड ट्रंप ने
अमेरिकी फेडरल कोर्ट के आदेश ने कहीं न कहीं डोनाल्ड ट्रंप को हिलेरी पर नए सिरे से हमला करने का मौका दे दिया है। इसका ताजा उदाहरण है मिसीसिपी में हुई एक रैली जिसमें ट्रंप ने हिलेरी पर नए सिरे से पक्षपाती होने का आरोप लगाया।
ट्रंप ने कहा हिलेरी क्लिंटन पक्षपाती हैं जो लोगों को रंग और जाति के आधार पर देखती हैं न कि एक इंसान के तौर पर। ट्रंप ने हिलेरी को भविष्य के लिए चुनौती तक करार दे दिया।
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अब क्या करेगी एफबीआई
हिलेरी के साथ ही अब जांच एजेंसी एफबीआई के माथे पर भी बल पड़ गए हैं। जुलाई में ही एफबीआई ने हिलेरी के ई-मेल विवाद पर कहा था कि हिलेरी के खिलाफ कोई भी आरोप नहीं है और न ही कोई सुबूत है।
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ऐसे में एफबीआई ने जांच से इंकार कर दिया था। एफबीआई की मानें तो ऐसा नहीं लगता है कि ई-मेल को जान-बूझकर डिलीट किया गया था। हालांकि एफबीआई ने हिलेरी को ई-मेल प्रयोग पर लापरवाह करार दिया था।
आपको बता दें कि फेडरल कोर्ट का आदेश ट्रंप के लिए किसी जीत से कम नहीं है। ट्रंप ने ही पहली बार हिलेरी के विदेश सचिव रहते हुए उनके प्राइवेट सर्वर के जरिए ई-मेल भेजे जाने का मुद्दा उठाया था।