एरिजोना के रेगिस्तान में मिली छह साल की भारतीय बच्ची गुरप्रीत की लाश, मां गई थी पानी तलाशने
वॉशिंगटन। नॉर्थ अमेरिका के एरिजोना से एक दिल तोड़ने वाली खबर आई है। एरिजोना के रेगिस्तान में एक छह साल की मासूम भारतीय बच्ची की लाश मिली है। बताया जा रहा है कि इस बच्ची की मौत हीट स्ट्रोक की वजह से हुई है। बच्ची की मां पानी की तलाश में गई थी और वह बच्ची को बाकी अप्रवासियों के पास छोड़ गई थी। अमेरिका की बॉर्डर पेट्रोल और डॉक्टरों की ओर से शुक्रवार को इस खबर की पुष्टि की गई है। अमेरिकी अप्रवासन अधिकारियों की ओर से मैक्सिको से अमेरिका में दाखिल होने वाले भारतीयों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।
जल्द ही था गुरप्रीत का सांतवा बर्थडे
इस बच्ची का नाम गुरप्रीत कौर बताया जा रहा है और जल्द ही वह अपना सांतवा बर्थडे मनाने की तैयारी कर रही है। ल्यूकविले एरिजोना में तैनात यूएस बॉर्डर पेट्रोल को गुरप्रीत की लाश मिली है। बुधवार को एरिजोना का तापमान करीब 108 डिग्री फॉरेनहाइट यानी 42 सेल्सियस तक पहुंच गया था, उस समय उसकी लाश मिली। यूएस बार्डर पेट्रोल और पाइम काउंटी ऑफिस ऑफ द मेडिकल एग्जामिनर (पीसीओएमई)ने सबसे पहले गुरप्रीत के शव को देखा था। एरिजोना के रेगिस्तान में मरने वाली गुरप्रीत दूसरी अप्रवासी बच्ची है। गुरप्रीत की मौत के बाद इस इलाके में गर्मी की वजह से बढ़ रहे खतरे की तरफ भी अथॉरिटीज की नजर गई है।
तस्करों की मदद से बॉर्डर पार कर रहे भारतीय
यहां पर अप्रवासियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। सेंट्रल अमेरिका से कई परिवार अमेरिका की तरफ आ रहे हैं। अमेरिकी राज्यों में शरण के मकसद से परिवार अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर को पार करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। जो बात चौंकाने वाली है मैक्सिको से अमेरिका में दाखिल होने वाले भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हजारों अफ्रीकी और एशियाई नागरिकों के बीच भारतीय भी कठिन रास्तों को अपना रहे हैं जो बाकी लोगों पसंदीदा विकल्प हैं। इनमें से ही एक है तस्करी का रास्ता और भारतीयों को इसमें भी कोई बुराई नहीं नजर आ रही है। टस्कन चीफ पेट्रोल एजेंसी रॉय विलारियल की मानें तो गुरप्रीत की मौत लापरवाही का नतीजा है। लोग अपनी जान खतरे में डाल कर बॉर्डर पार कर रहे हैं।
पुलिस ने पैरों के निशान से तलाशा मां को
गुरप्रीत और उसकी मां उन पांच भारतीयों के ग्रुप में शामिल थे जो स्मगलर्स की मदद से मंगलवार को सुबह 10 बजे पश्चिमी ल्यूकविले में स्थित सूनसान बॉर्डर इलाके में पहुंचे थे। ल्यूकविले, अमेरिका का बॉर्डर है जो टकसन से 80 किलोमीटर दूर है। कुछ दूर तक चलने के बाद गुरप्रीत की मां और एक और महिला पानी की तलाश में निकले। गुरप्रीत को उसकी मां एक और महिला और उसके बच्चे के साथ छोड़कर गई थीं। यूएस बॉर्डर पेट्रोल एजेंट जीसस वसाबिलबासो की ओर से बताया गया कि वापस आने के बाद गुरप्रीत के साथ बाकी लोग दिखाई ही नहीं दिए। गुरप्रीत की मां और दूसरी महिला सोनोरान के रेगिस्तान में 22 घंटे तक घूमते रहे और फिर यूएस बॉर्डर पेट्रोल एजेंट ने पैरों के निशान से दोनों का पता लगाया।
गर्मी की वजह से हुई गुरप्रीत की मौत
चार घंटे बाद करीब बॉर्डर से करीब 1.6 किलोमीटर दूर गुरप्रीत की लाश मिली। एजेंट्स ने दूसरी महिला और उसकी आठ वर्ष की बच्ची को मैक्सिको में ही पाया। इस महिला और बच्ची ने हालांकि बॉर्डर पेट्रोल के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। बताया जा रहा है कि गुरप्रीत की मौत हाइपरथर्मिया की वजह से हुई है। चीफ मेडिकल ऑफिसर ग्रेग हेस की मानें तो गुरप्रीत की मौत बस एक हादसा है। 30 मई तक पीसीओएमई ने एरिजोना में 58 अप्रवासियों की मौत दर्ज की थी और ज्यादातर लोगों की मौत गर्मी की वजह से हुई। साल 2018 में अब तक यहां पर गर्मी की वजह से 127 लोग जान गंवा चुके हैं। बॉर्डर पेट्रोल ने गुरप्रीत की मौत के लिए स्मगलर्स को जिम्मेदार ठहराया है।