उज्जैन: नाग पंचमी पर खुलेंगे भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट, तैयारियां जारी
उज्जैन, 28 जुलाई: सावन के पवित्र महीने में श्रद्धालु बाबा महाकालेश्वर के दर्शन करने धार्मिक नगरी उज्जैन आ रहे हैं। रोजाना बड़ी संख्या में भक्त बाबा महाकाल के दर्शन लाभ प्राप्त करते हैं, तो वहीं आगामी 2 अगस्त को नागपंचमी का महापर्व भी आ रहा है। इस दौरान हर साल की तरह इस साल भी वर्ष में एक बार खुलने वाले भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे, जहां श्रद्धालु भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन लाभ प्राप्त कर सकेंगे। वहीं इसके लिए अब मंदिर प्रबंधन और प्रशासन भी तैयारियों में जुटा हुआ नजर आ रहा है, जहां लगातार नाग पंचमी के पर्व को लेकर तैयारियों का सिलसिला जारी है।
अलग-अलग कतार लगाने के निर्देश
उच्च अधिकारियों ने हाल ही में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिये हैं कि, नागपंचमी के अवसर पर नागचंद्रेश्वर के दर्शन एवं भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिये पृथक-पृथक लाइन लगाई जाए, एवं प्रवेश दिया जाये। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये धर्मशाला के सामने जूता स्टेण्ड लगाने के निर्देश दिये हैं। साथ ही शंकराचार्य चौराहा पर भी एक स्टेण्ड बनाने के लिये कहा है।
बड़ी संख्या में भक्त करते हैं दर्शन
विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल मंदिर के गर्भगृह के ठीक ऊपर भगवान नागचंद्रेश्वर का मंदिर स्थित है। यह मंदिर साल में सिर्फ एक बार नाग पंचमी के दिन ही खोला जाता है, जहां भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त मंदिर आते हैं। नाग पंचमी के दिन भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने का अपना अलग महत्व है। ऐसी मान्यता है की, भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन मात्र से भक्तों के कष्ट दूर हो जाते हैं।
1 अगस्त की रात्रि को खुलेंगे पट
भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट 1 अगस्त की रात्रि 12 बजे खुलेंगे, जहां सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजा अर्चना की जाएगी। वहीं इसके बाद श्रद्धालु बाबा नागचंद्रेश्वर का दर्शन लाभ प्राप्त कर सकेंगे। दर्शनों का यह सिलसिला 2 अगस्त की रात्रि 12 बजे तक चलेगा, जिसके बाद भगवान नागचंद्रेश्वर का मंदिर 1 साल के लिए बंद कर दिया जाएगा, फिर यह अगले साल नाग पंचमी पर खुलेगा।